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सुपर स्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग किए जाने के मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच कर रही है. इस मामले में पकड़े जा चुके शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल से लगातार पूछताछ की जा रही है. इसी दौरान क्राइम ब्रांच की एक टीम गुजरात के सूरत पहुंची और वहां अब तापी नदी में उस पिस्टल की तलाश की जा रही है, जिससे सलमान के घर पर गोलीबारी की गई थी.
हमले के बाद तापी नदी में फेंकी थी पिस्तौल
मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम को पहले दिन से ही उस हथियार की तलाश है. असल में शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि जब वे दोनों हमला करने के बाद मुंबई से फरार होकर सूरत पहुंचे थे, तो इसके बाद वे दोनों ट्रेन से भुज की ओर जा रहे थे, तभी उन्होंने उस हथियार यानी कि पिस्टल को एक रेलवे पुल से तापी नदी में फेंक दिया था.
मंदिर परिसर में पकड़े गए थे दोनों शूटर
विक्की और सागर पाल ने बीती 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा इलाके में मौजूद गैलेक्सी अपार्टमेंट में 58 वर्षीय सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की थी और फिर मोटरसाइकिल पर मौके से भाग निकले थे. टेक्नीकल सर्विलांस के आधार पर, उन्हें 16 अप्रैल को मुंबई और कच्छ पुलिस की संयुक्त टीमों ने गुजरात के भुज शहर के पास माता मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया था, दोनों वहां सोते पाए गए थे.
सूरत पुलिस की मदद से क्राइम ब्रांच तलाश रही हथियार
बाद में उन्हें आगे की जांच के लिए मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया था. सूरत पुलिस के आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने इस बारे में एजेंसी को बताया, "मुंबई पुलिस की एक टीम सलमान खान के आवास पर फायरिंग के लिए दो लोगों द्वारा इस्तेमाल की गई बंदूक को बरामद करने के लिए सूरत आई है. उनकी टीमें हथियार बरामद करने में मुंबई पुलिस की सहायता कर रही है.
इंस्पेक्टर दया नायक भी मौके पर
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के नाम से मशहूर सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर दया नायक भी मुंबई क्राइम ब्रांच टीम के साथ थे, जो स्थानीय गोताखोरों और मछुआरों की मदद से यहां तापी नदी के पानी में हथियार की तलाश कर रही थी. जांच के अनुसार, गुप्ता और पाल 14 अप्रैल को मुंबई में खान के घर पर गोलीबारी के बाद सड़क मार्ग से सूरत पहुंचे थे.
हमले का मकसद आतंक फैलाना
फिर वे सूरत रेलवे स्टेशन से भुज जाने वाली ट्रेन में चढ़ गए. जब ट्रेन शहर के एक पुल से गुजर रही थी तो उन्होंने तापी नदी में पिस्तौल को फेंक दिया था. पुलिस ने कहा था कि प्रथम दृष्टया, खान के आवास के बाहर गोलीबारी के पीछे दोनों का मकसद 'आतंक' पैदा करना था.
लॉरेंस और अनमोल बिश्नोई नामजद
मुंबई पुलिस ने घटना के सिलसिले में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को 'वांछित आरोपी' घोषित किया है. मुंबई पुलिस ने कहा है कि गुप्ता और पाल को कथित तौर पर दो बिश्नोई भाइयों से निर्देश मिल रहे थे. एक अधिकारी ने पहले कहा था कि लॉरेंस बिश्नोई एक अन्य मामले में गुजरात की साबरमती केंद्रीय जेल में बंद है, लेकिन माना जाता है कि उसका भाई कनाडा या अमेरिका में है.
ये है पूरा मामला
आपको याद दिला दें कि 14 अप्रैल यानी रविवार को बाइक सवार दो शूटर्स ने करीब सुबह 4 बजकर 52 मिनट सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर चलती बाइक से फायरिंग की थी. आरोपियों ने लगातार पांच राउंड फायरिंग की थी. जिसमें से तीन गोली मिस हो गई थी. लेकिन एक गोली सलमान के घर की दीवार पर लगी थी, जबकि एक गोली वहां लगे झरोखे के पर्दे को भेदती हुई सलमान के घर के अंदर ड्राइंग रूम की दीवार पर जा कर लगी थी. वो तो शुक्र है कि सुबह का वक्त था और पूरा खान परिवार सो रहा था. वरना अगर कोई बालकोनी में होता, तो सोचिए क्या होता? ये पहला मौका था, जब गोली गैलेक्सी के अंदर तक पहुंची थी.
हमले के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
वारदात की रात सलमान घर पर ही थे. जब गोली चली तब भी वो अपने कमरे में सो रहे थे. गोली चलने के कुछ देर बाद खान परिवार को एहसास हुआ कि थोड़ी देर पहले यहां क्या हुआ था. आनन-फानन में पुलिस घर पहुंची, तफ्तीश शुरू हुई. गोलियों के निशान और गोली के खोखे तलाशे जाने लगे. घर के बाहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी. सबसे पहले गैलेक्सी और उसके आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. क्योंकि सुबह सुबह का वक्त था, सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा थी नहीं, लिहाजा हमलावरों की बाइक को अलग-अलग कैमरों में तलाशना उतना मुश्किल नहीं था और आखिरकार कैमरों की मदद से पुलिस हमलावरों के भागने के रास्तों का पता लगाने में कामयाब रही.
ऐसे फरार हो गए दोनों हमलावर
गैलेक्सी पर गोलियां चलाने के बाद हमलावर माउंट मेरी सड़क पर पहुंचे. वहां अपनी बाइक पार्क की. वहां से महबूब स्टुडियों वाली सड़क पर पहुंचे. एक ऑटो लिया. ऑटो से बांद्रा स्टेशन पहुंचे. बांद्रा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 बजे सुबह 5 बज कर 8 मिनट की बोरीवली जाने वाली लोकल ट्रेन पकड़ी. पांच बज कर 13 मिनट पर दोनों सांताक्रूज स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर उतरे. सांताक्रूज स्टेशन से वकोला की तरफ बाहर निकल गए. बाहर फिर से एक ऑटो पकड़ी और फिर वहां से गायब हो गए थे. वकोला तक दोनों सीसीटीवी कैमरे में नजर आए थे. लेकिन वकोला के बाद वो दिखाई नहीं दिए. हालांकि पुलिस अब भी तमाम सीसीटीवी कैमरे को खंगाल कर उनकी आगे का लोकेशन पता करने की कोशिश कर रही है.
गुजरात के भुज से पकड़े गए थे दोनों शूटर्स
चूंकि इस बार गोली गैलेक्सी के अंदर तक पहुंच चुकी है, लिहाजा मुंबई पुलिस भी इस मामले को हल्के में नहीं ले रही है. मुंबई पुलिस की कई टीमें एक साथ इस केस पर लगी है. मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. इस सिलसिले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को गुजरात के भुज से गिरफ्तार कर लिया है. उन दोनों आरोपियों को मुंबई लाया जा रहा है. दोनों आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. दोनों आरोपियों के नाम सागर पाल और विक्की साहब गुप्ता है. शुरूआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि सागर पाल ने ही सलमान के घर पर फायरिंग की थी.
पुलिस ने जारी किया था बयान
भुज पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था, 'पश्चिम कच्छ पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 14 अप्रैल को अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की थी. दोनों आरोपियों की पहचान विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में की गई है जो बिहार से ताल्लुक रखते हैं.'
एक महीने से कर रहे थे रेकी
मुंबई पुलिस की तफ्तीश में ये बात सामने आई है कि सलमान के घर पर फायरिंग की साजिश पहले से रची गई थी. सूत्रों के मुताबिक दोनों हमलावर 1 महीना से पनवेल में रह रहे थे. राधाकृष्ण अपार्टमेंट हरिग्राम इलाके में स्थित एक फ्लैट आरोपियों ने किराए पर लिया था. साजिश को अंजाम देने के लिए हमलावरों ने सलमान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की चार बार रेकी की थी. आरोपियों ने फायरिंग से पहले पूरी तरह गैलेक्सी अपार्टमेंट की रेकी की थी.