दिल्ली के तिलक नगर में सड़क पर सरेआम एक मनचले ने एक लड़की से छेड़छाड़ कर दी. लड़की द्वारा उसकी फोटो लेने और शिकायत करने की बात कहने पर उसने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली. यह सबकुछ लोगों के सामने हुआ; और वे तमाशबीन बने रहे. जी हां, दिल्ली में अब महिलाओं को डर लगता है. उनके खिलाफ बढ़ते अपराध के आंकड़े भी कम डरावने नहीं हैं.
राजधानी की सड़कों पर चलने वाली 60 फीसदी से ज्यादा महिलाओं का तजुर्बा तो यही है कि उन्हें कभी न कभी किसी न किसी मोड़ पर बेलिहाज और बेशर्म आवाजों का सामना करना पड़ा. जिसे बताया नहीं जा सकता है. वहीं, राजधानी की दिल्ली पुलिस यहां हिफाजत के पुख्ता इंतजाम का दावा करती है.
महज चार महीने में 1282 केस दर्ज
दिल्ली पुलिस के इन दावों को दरकिनार करके यहां की आधी आबादी अब इन रास्तों पर उतरने से कतराने लगी है. उन पर जुल्म का सिलसिला थमे नहीं थम रहा है. इस बात की गवाही NCRB यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के ये आंकड़े दे रहे हैं. इस साल दिल्ली में 30 अप्रैल तक महिला अत्याचार के 1282 केस दर्ज हो चुके हैं.
हर 40 मिनट में एक महिला से रेप
एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली में हर 40 मिनट में महिला के साथ बलात्कार की वारदात होती है. जबकि हर 25वें मिनट में छेड़खानी की वारदात सामने आती है. 60 फीसदी महिलाएं मानती हैं कि सेरराह मनचलों ने उनके साथ छेड़छाड़ की है. 51.6 फीसदी महिलाएं के साथ सार्वजनिक जगहों पर भद्दी फब्तियों का सामना करना पड़ता है. मनचलें खुलेआम अश्लील इशारे करते हैं.
सरेआम सरेराह होती है छेड़खानी
पुलिस के आंकड़ों ने भी गवाही दी है कि 40 फीसदी से ज्यादा छेड़खानी की वारदातें दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम होती हैं. पुलिस के पास छेड़खानी की शिकायतों की लंबी फेहरिस्त है, जिनमें 468 ऐसी शिकायतें हैं जिनका ताल्लुक सड़क पर हुई छेड़खानी से है. 200 शिकायतें ऐसी भी हैं, जिनमें घर के भीतर छेड़खानी की वारदात हुई है.