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Shraddha Walker Murder Case: श्रद्धा के जिंदा होने या लौट आने की तमाम उम्मीदें अब मुर्दा हो गई हैं. दिल्ली पुलिस ने पहली बार एक लिखित बयान के जरिए अदालत को बताया है कि उसने श्रद्धा की लाश के टुकड़ों की कुछ हड्डियां और जबड़े का कुछ हिस्सा बरामद कर लिया है. पुलिस ने अदालत को यह भी बताया कि आफताब के घर से एक नोटबुक बरामद हुई है. उस नोटबुक में आफताब ना सिर्फ लाश के टुकड़ों का हिसाब रख रहा था, बल्कि ये भी लिखता था कि उसने लाश के किस टुकड़े को कहां फेंका.
आफताब ने कबूल किया जुर्म
अब ऐसा लगा रहा है कि श्रद्धा मर्डर केस सुलझ गया है. दिल्ली पुलिस को सबूत मिल गए हैं. श्रद्धा के जिंदा लौट आने की उम्मीद खत्म हो गई है. आफताब ने ही किया था श्रद्धा का मर्डर. अदालत में जज के सामने आफताब ने किया कबूल. कहा- गुस्से में हो गया कत्ल. वो नोट बुक में लिखता था लाश के टुकड़ों का हिसाब. नक्शा बना कर फेंकता था लाश के टुकड़े.
पुलिस ने कोर्ट को दी बरामदगी की जानकारी
एक लेटर दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में जज के सामने रखा. वो एक रिमांड लेटर था. दरअसल, मंगलवार को आफताब की पांच दिन की पुलिस हिरासत खत्म हो रही थी. लिहाजा पुलिस ने इस अर्जी के जरिए अदालत से आफताब की चार दिनों की और पुलिस हिरासत की मांग की. अगले चार दिनों के लिए आफताब की पुलिस हिरासत क्यों चाहिए, इसका जवाब पुलिस को अदालत में देना था. और इसी जवाब के साथ पुलिस ने पहली बार रिकॉर्ड पर ये कबूल किया कि श्रद्धा की लाश के टुकड़े, कुछ हड्डियां और जबड़े का कुछ हिस्सा पुलिस बरामद कर चुकी है.
फिर पुलिस हिरासत में आफताब
बाकी बचे हिस्से और आरी को बरामद करने के लिए चार दिनों की रिमांड और चाहिए. अदालत ने दिल्ली पुलिस की इस अर्जी को मंजूर कर लिया और आफताब को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. दो किश्तों में पांच-पांच दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद अब दिल्ली पुलिस के पास आफताब को अपनी हिरासत में रखने के लिए सिर्फ चार ही दिन बचे हैं. क्योंकि पुलिस हिरासत की मियाद 14 दिन ही होती है. हालांकि पिछली बार की तरह ही इस बार भी आफताब को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत के सामने पेश किया गया था.
कबूलनामा और नोटबुक
इसी पेशी के दौरान आफताब ने जज के सामने ये कबूल किया कि श्रद्धा का कत्ल उसी ने किया और ये कत्ल उसने गुस्से में अचानक किया था. हालांकि आफताब का ये इकरार-ए-जुर्म कहीं कोर्ट के रिकॉर्ड पर नहीं लिखा गया. रिमांड लेटर के जरिए दिल्ली पुलिस ने अदालत के सामने दो सनसनीखेज खुलासे किए. पहला ये कि आफताब के घर से एक रफ साइट प्लान मिला है. साथ ही एक नोट बुक भी मिला है. पुलिस के हाथ जो रफ साइट प्लान लगा है, उसमें कुछ नक्शे, ड्राइंग और जगहों के नाम लिखे हैं. इनमें महरौली के जंगल, मैदानगढ़ी, मैदानगढ़ी का तालाब, महरौली का सौ फुटा रोड और गुरुग्राम की डीएलएफ फेस-3 की कुछ जगहों के नाम लिखे हैं.
तालाब में सबूत की तलाश
पुलिस को पुख्ता यकीन है कि आफताब ने इन्हीं जगहों पर श्रद्धा की लाश के टुकडे और हथियारों को ठिकाने लगाया है. इसी नक्शे के हाथ लगने के बाद पुलिस की टीम पहली बार महरौली से जंगल से निकल मैदानगढ़ी के तालाब तक पहुंची थी. तालाब में तलाशी का काम गोताखोरों की मदद से भी शुरू हो रहा है. रफ नक्शे में दिल्ली के अलावा गुरुग्राम की डीएलएफ फेस-3 का भी जिक्र है. पुलिस को शक है कि आफताब ने लाश के टुकड़े करनेवाली आरी और ब्लेड को गुरुग्राम में ही डीएलएफ फेस-3 की झाड़ियों में फेंका है. जबकि चापड़ महरौली के सौ फुटा रोड पर मौजूद एक कूडेदान में फेंका था. कत्ल के बाद श्रद्धा के कपड़े आफताब ने छतरपुर पहाड़ी के कूडा गाड़ी में फेंका था.
आफताब के घर से मिली नोटबुक
दिल्ली पुलिस का दूसरा सनसनीखेज खुलासा आफताब के घर से बरामद एक नोटबुक के बारे में है. इस नोटबुक में बाकायदा श्रद्धा की लाश के टुकड़ों का हिसाब किताब लिखा है. इस नोट बुक में लाश के अलग-अलग टुकडों को किन किन अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगाया गया, उसकी जानकारी लिखी है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इसी नोटबुक की मदद से उसने महरौली के जंगलों से श्रद्धा की लाश के कई टुकड़े बरामद किए. जिनमें कुछ हड्डियां थी, जबड़े का हिस्सा था. इन हड्डियों और बाकी सबूतों को जांच के लिए सीबीआई की सीएफएसएल में भेज दिया गया है.
जांच रिपोर्ट आने में लगेगा वक्त
हालांकि रिपोर्ट आने में अभी वक्त लगेगा, लेकिन आफताब के बयान और नोट बुक के मुताबिक जहां-जहां श्रद्धा की लाश के टुकड़े फेंके गए थे, ठीक वहीं-वहीं से ये सबूत पुलिस ने बरामद किए हैं. इससे साफ हो जाता है कि हड्डियां श्रद्धा की लाश का ही हिस्सा है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इसी नोट बुक और रफ साइट प्लान की मदद से श्रद्धा की लाश के बाकी टुकड़ों को भी वो जल्द ही बरामद कर लेगी. उम्मीद है कि मैदानगढी के तालाब से भी कुछ सबूत जरूर हाथ लगेंगे.
सीबीआई की सीएफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
हालांकि आरी को लेकर पुलिस का ये कहना है कि गुरुग्राम में डीएलएफ फेस-3 की जिन झाड़ियों में आफताब ने उसे फेंकने की बात कही है, बहुत मुमकिन है वहां से कोई राहगीर उसे उठा ले गया हो. घर के बाहर जो सबूत मिल रहे हैं वो तो मिल ही रहे हैं, घर के अंदर भी सबूत तलाशने में पुलिस को कामयाबी हाथ लग गई है. आफताब के घर रोहिणी फोरेंसिक लैब की टीम पहले ही जांच कर चुकी थी. घर के किचन से तब उन्हें खून का एक नमूना मिला था. अब बेहतर उपकरण से लैस सीबीआई की सीएफएसएल टीम की मदद से दिल्ली पुलिस ने आफताब के घर से कुछ और सबूत इकट्ठा कर लिए हैं.
बाथरूम के टाइल्स पर खून के धब्बे
खास कर आफताब के घर के अंदर फर्श पर लगी टाइल्स के गैप से सीएफएसएल ने खून के कुछ धब्बे बरामद किए हैं. कमरे और किचन के अलावा पुलिस ने उस बाथरूम के भी कुछ टाइल्स उखाड़े, जिस बाथरूम में श्रद्धा की लाश के आफताब ने टुकड़े किए थे. बाथरूम की टाइल्स के गैप से भी खून के कुछ नमूने हाथ लगे हैं. इन सारे सबूतों को जांच के लिए सीबीआई की सीएफएसएल में भेज दिया गया है. हालांकि रिपोर्ट आने में दस से पंद्रह दिन का वक्त लग सकता है.
पुलिस ने बरामद किया जबड़ा
रफ साइट प्लान और नोटबुक की मदद से पुलिस के हाथ एक और बड़ी कामयाबी लगी है. इस कामयाबी का जिक्र भी पुलिस ने अपने रिमांड लेटर में किया है. दरअसल इसी नक्शे और नोट बुक की मदद से पुलिस के हाथ एक इंसानी जबड़ा और खोपड़ी के टुकडे लगे हैं. पुलिस को यकीन है कि ये जबड़ा श्रद्धा का ही है. इस जबड़े के साथ कुछ दांत भी हैं. इनमें एक दो दांतों का रूट कनाल भी हुआ है. दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में जब श्रद्धा के पिता और भाई से बात की, तो पता चला कि श्रद्धा की दो दांतों का रूट कनाल हो चुका था. जबड़े और दांतों की तस्वीरें दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में दांतों के एक एक्सपर्ट डॉक्टर को भी दिखाई हैं.
पॉलीग्राफी टेस्ट के बाद होगा नार्को टेस्ट
घर के अंदर और बाहर के सबूतों के अलावा आफताब के दिमाग में झांकने का कानूनी रास्ता भी अब पूरी तरह साफ हो चुका है. आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत खुद आफताब और अदालत ने पहले ही दे रखी है. लेकिन नार्को से पहले फोरेंसिक एक्सपर्ट आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट करना चाहते थे. इस टेस्ट के लिए भी आफताब की सहमति और अदालत की इजाजत जरूरी होती है। दिल्ली पुलिस ने आफताब की सहमति का पत्र अदालत को दिखाते हुए अदालत से आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए भी जरूरी इजाजत ले ली है. हालांकि चार दिन की पुलिस हिरासत में रहते हुए अब आफताब का नार्को टेस्ट कराना थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है.
सीबीआई की फोरेंसिक लैब में होगी जांच
क्योंकि नार्को से पहले आफताब को कई मेडिकल टेस्ट से गुजरना होगा. इसके बाद पॉलीग्राफ टेस्ट होगा. पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद नार्को टेस्ट के लिए कुछ दिनों की मोहलत जरूरी होती है. ऐसे में बहुत मुमकिन है कि आफताब जब न्यायिक हिरासत में जेल पहुंच जाए, तब उसे जेल से निकाल कर नार्को टेस्ट के लिए रोहिणी के फोरेंसिक लैब लाया जाए. यहां आपको बता दूं कि आफताब का पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट रोहिणी के फॉरेंसिक लैब में होगा. जबकि श्रद्धा की लाश के जितने टुकड़े अब तक मिले हैं, उन सभी की जांच सीबीआई की फोरेंसिक लैब में होगी.
पुलिस ने बनाई 11 गवाहों की लिस्ट
सबूतों को जुटाने और आफताब के दिमाग में झांकने के अलावा दिल्ली पुलिस की एक टीम उन गवाहों की भी लिस्ट तैयार कर रही है, जिनकी मदद से अदालत में एक मजबूत केस खड़ा किया जाएगा. इस सिलसिले में अभी तक पुलिस ने कुल 11 लोगों की सूची तैयार की है. इनमें से ज्यादातर वो गवाह हैं, जो आफताब और श्रद्धा दोनों को जानते हैं. कुछ गवाह छतरपुर पहाड़ी के भी हैं. जहां श्रद्धा ने अपने आखिरी दिन गुजारे.
गवाहों के अलावा पुलिस अलग-अलग इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की तस्वीरों को भी इलेक्टॉनिक एविडेंस के तौर पर जमा करने की कोशिश में जुटी है. सीसीटीवी फुटेज के अलावा आफताब और श्रद्धा की मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड से भी बहुत सारी जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. दोनों के फोन की लोकेशन इस केस में एक अहम सबूत साबित होगी.
क्या दिल्ली में बसना चाहता था आफताब?
हालांकि एक सवाल अब भी दिल्ली पुलिस को बेचैन कर रहा है कि श्रद्धा के कत्ल के पांच छह महीने बाद भी आफताब मौका-ए-वारदात यानी छतरपुर पहाड़ी में किराए के घर को छोड़ कर क्यों नहीं गया? वो यहीं क्यों रह रहा था? क्या आफताब दिल्ली में बसने का इरादा कर चुका था?
कत्ल के बाद मंगाया था मुंबई से सामान
दरअसल, पुलिस को ये पता चला है कि आफताब ने 5 जून को मुंबई अपने घर से दिल्ली के अपने इस घर पर कई सामान मंगवाए थे. कुल 37 आइटम थे. ये सभी घर के रोजमर्रा में काम आनेवाले सामान थे. खुद आफताब के बयान के मुताबिक 18 मई को श्रद्धा का कत्ल करने के बाद अगले 20 दिनों तक वो लाश के टुकडों को किश्तों में फेंकता रहा था. आखिरी किश्त शायद चार या पांच जून को ही फेंकी थी. यानी जैसे ही घर से श्रद्धा की लाश का आखिरी टुकड़ा बाहर गया, वैसे ही घर में मुंबई से उसका सामान आ गया था.
श्रद्धा की आखिरी चैट
श्रद्धा की मौत से पहले की आखिरी चैट सामने आई है. यह 18 मई यानी मौत से कुछ घंटों पहले की ही है. श्रद्धा ने शाम 4.34 बजे अपने दोस्त को मैसेज किया था. लेकिन श्रद्धा को नहीं पता था कि यह उसकी आखिरी चैट होगी. श्रद्धा ने अपने दोस्त को लिखे मैसेज में कहा था कि I HAVE GOT NEWS यानी मेरे पास खबर है. श्रद्धा ने इसके बाद एक और मैसेज किया है. इसमें उसने लिखा है कि मैं किसी चीज में बहुत व्यस्त हूं. उसी दिन शाम 6:29 बजे उसकी फ्रेंड ने पूछा कि क्या खबर है. हालांकि, इस पर श्रद्धा ने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद उसके दोस्त ने कई बार कोशिश की, लेकिन श्रद्धा ने कोई जवाब नहीं दिया.
श्रद्धा ने दो साल पहले दर्ज कराई थी शिकायत
नवंबर 2020 में श्रद्धा वॉल्कर ने पुलिस में आफताब के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी. श्रद्धा ने अपनी शिकायत में आफताब से जान को खतरा बताया था. इतना ही नहीं श्रद्धा ने दावा किया था कि आफताब उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े करने की धमकी देता है. श्रद्धा ने ये शिकायत मुंबई के तूलिंज पुलिस स्टेशन में दी थी. श्रद्धा ने आफताब के खिलाफ शिकायत में कहा था कि वह उसके साथ गालीगलौज और मारपीट करता है. उसने मेरी हत्या करने की कोशिश की. वह मुझे धमकी देता है कि वह मेरे शरीर के टुकड़े टुकड़े करके फेंक देगा. वह पिछले 6 महीनों से मेरे साथ मारपीट कर रहा है. लेकिन वह मुझे जान से मारने की धमकी देता है, इसलिए मैं पुलिस के पास नहीं जा सकी. उसके परिजनों को भी इसकी जानकारी है कि वह मेरे साथ मारपीट करता है और उसने मुझे मारने की कोशिश की.