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ट्रंप और किम की मुलाकात के बाद ऐसे टला विश्वयुद्ध का खतरा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तनाशाह मार्शल किम जोंग उन के अब तक के तेवर और मिज़ाज यही बता रहे थे कि अगर बातचीत के दौरान बात कहीं दम-खम पर आ गई तो फिर बात आगे नहीं बढ़ पाएगी. वैसे भी डोनल्ड ट्रंप ने कह दिय़ा था कि मुलाकात के पहले एक मिनट में ही ये फैसला हो जाएगा कि आगे बात जारी रखें या नहीं. इसलिए ये मीटिंग नहीं बल्कि उस मीटिंग का पहला मिनट सबसे ज्यादा अहम था.

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किम और ट्रंप की मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें लगी हुई थीं
किम और ट्रंप की मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें लगी हुई थीं

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सुप्रीम कमांडर मार्शल किम जोंग उन के अब तक के तेवर और मिज़ाज यही बता रहे थे कि अगर बातचीत के दौरान बात कहीं दम-खम पर आ गई तो फिर बात आगे नहीं बढ़ पाएगी. वैसे भी डोनल्ड ट्रंप ने कह दिय़ा था कि मुलाकात के पहले एक मिनट में ही ये फैसला हो जाएगा कि आगे बात जारी रखें या नहीं. इसलिए ये मीटिंग नहीं बल्कि उस मीटिंग का पहला मिनट सबसे ज्यादा अहम था.

सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल को खबर मिलती है कि उत्तर कोरिया के शासक मार्शल किम जोंग उन का जंगी प्लेन एयरफोर्स उन लैंड करने वाला है. उसके साथ-साथ उत्तर कोरिया के ही दो और विमान भी लैंड करने के लिए एटीसी से इजाज़त मांगते हैं. सिंगापुर में हलचल अचानक तेज़ हो जाती है. सिंगापुर के विदेश मंत्री भी तब तक एयरपोर्ट पहुंच जाते हैं.

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इसके बाद-एक-एक कर तीनों प्लेन लैंड करते हैं. दुनिया भर की मीडिया की नज़र इन तीनों विमान पर थी. हरेक को यही लग रहा था किम जोंग उन एयरफेर्स उन से नीचे उतरेंगे. मगर तीनों विमान से उतरते हैं सिर्फ किम के सुरक्षा कर्मचारी, उनकी सुरक्षा में तैनात बीस गाड़ियां और वो ट्रालियां जिनमें किम के खाले-पीने का सामान था. मीडिया अभी हैरान भरी नजरों से तीनों विमान को देख ही रही थी कि तभी ठीक उसी वक्त एक और प्लेन लैंड करता है. ये प्लेन था एयर चाइना का बोइंग 747.

अब अचानक सारी हलचल एयर चाइना ती तरफ थी. प्लेन के रुकते ही अचानक नीचे लाल रंग की कालीन बिछा दी जाती है और फिर तभी प्लेन से बाहर निकलते वो चेहरा दिखाई देता है, जिस पर इस वक्त पूरी दुनिया की नज़र है. हमेशा की तरह किम जोंग उन ने इस बार भी अपने हवाई सफर को बेहद रहस्यमी तरीके से अंजाम दिया था. उत्तर कोरिया के तीन प्लेन को छोड़ कर वो एयर चाइना के बोइंग से सिंगापुर पहुचे थे. किम की इस पूरी यात्री को बेहद गोपनीय रखा गया था.

मगर उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट फ्लाइट रडार 24 के मुताबिक किम रविवार यानी 10 जून की सुबह एयर कोरिया के तीन विमानों के साथ उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से बीजिंग पहुंचे और फिर वहां से किम ने विमान बदलकर एयर चाइना के विमान से सिंगापुर का रुख किया. एयरपोर्ट पर सिंगापुर पुलिस और कमांडो के अलावा खुद किम के अपने सुरक्षा गार्ड ने किम को घेरे में लिया और फिर गाड़ियों का काफिला सीधे सेंट रीजिस होटल पहुंचा.

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10 जून को सिंगापुर के स्थानीय समय के मुताबिक दोपहर 3 बजकर 40 मिनट पर किम का काफिला होटल पहुंचा. होटल पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही किम सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसीन लूंग से मिलने उनके दफ्तर पहुंच गए. साढ़े पांच घंटे बाद सिंगापुर के पाया लेबर एयरबेस पर फिर से हलचल तेज हो जाती है. खबर मिलती है कि अमेरिकी राष्ट्रपति का ऑफिशिय़ल प्लेन एयरफोर्स वन पाया लेबर एयरबेस पर लैंड करने वाला है.

हालांकि पहले से तय कार्यक्रम के तहत डोनाल्ड ट्रंप को सिंगापुर 11 जून को पहुंचना था. दरअसल. ट्रम्प कनाडा में हो रही जी-7 समिट में हिस्सा ले रहे थे.. मगर दस जून की सुबह अचानक उसे बीच में ही छोड़कर अमेरिकी राष्ट्रपति अपने अधिकारिक विमान एयरफोर्स वन से सिंगापुर के लिए रवाना हो गए. साढ़े पांच घंटे के अंदर सिंगापुर के विदेश मंत्री एक बार फिर एयरपोर्ट पर थे. दूसरे खास मेहमान को रिसीव करने के लिए. अभी बार जबरदस्त सुरक्षा घेरे के बीच ट्रंप का काफिला निकलता है और सीधे शंगरीला होटल की तरफ बढ़ जाता है. ट्रंप और उनकी टीम के ठहरने का बंदोबस्त इसी होटल में किया गया था.

होटल पहुंचने के कुछ देर बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग से हुई से मुलाकात के लिए निकल पड़ते हैं. इसके साथ ही साल 2018 की सबसे बड़ी राजनीतिक घटना का पहला पड़ाव पूरा हो जाता है. ट्रंप और किम अब एक ही शहर में मौजूद हैं. दोनों के होटलों के बीच की दूरी मुश्किल से पांच किलोमीटर भी नहीं है. पर दोनों को आमने सामने 12 जून को होना था.

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90 मिनट की मुलाकात और टल गया विश्वयुद्ध!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम नेता किम जोंग उन के बीच हुई सिंगापुर में मुलाकात इतिहास में दर्ज हो गई है. कुछ दिनों पहले दुनिया पर जो तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडरा रहा था, वो इन दोनों नेताओं की 90 मिनट की मुलाकात से टल गया है. मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ये बैठक उम्मीद से ज्यादा अच्छी रही तो वहीं किम भी बोले कि आने वाली दिनों में दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी. दोनों की दोस्ती इस कदर परवान चढ़ी कि व्हाइट हाउस ने किम को अमेरिका आने का न्योता तक थमा दिया. दोनों नेताओं ने दो दौर में मुलाकात की, पहली 41 मिनट और फिर करीब 50 मिनट.

गर्मजोशी के साथ मिले ट्रंप और किम

12 जून 2018. सिंगापुर के कैपेला रिजॉर्ट में सुबह से ही चहलकदमी शुरू हो गई थी. तय वक्त पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नार्थ कोरिया के सुप्रीम कमांडर किम जोंग उन का काफिला रिजॉर्ट पहुंच गया. उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन पहले पहुंचे, करीब 3 मिनट के अंतर पर ट्रंप भी गाड़ी से उतरकर रिजार्ट के अंदर पहुंच गए. दोनों की एक साथ पहली तस्वीर तब सामने आई जब ट्रंप और किम रेड कारपेट पर एक साथ खड़े हुए और पहली बार एक दूसरे के सामने थे. दोनों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया, दो महीने पहले तक ये तस्वीर कहीं से भी मुमकिन नहीं लग रही थी, लेकिन आज हकीकत बन गई. हाथ मिलाने के बाद ट्रंप और किम टहलते हुए आई रिजॉर्ट के गलियारे से होते हुए मीडिया सेंटर तक पहुंचे और दुनियाभर के मीडिया के सामने इस मुलाकात को लेकर अपनी-अपनी राय रखी.

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