दिल्ली की तिहाड़ जेल में बैठकर 200 करोड़ रुपये की वसूली करने के मामले में मास्टरमाइंड सुकेश चंद्रशेखर (Mastermind Sukesh Chandrashekhar) बेहद शातिर ठग है. जेल में ही बंद एक बिजनेस टाइकून की पत्नी को भी उसने जमानत के नाम पर ठग लिया. बिजनेस टाइकून पत्नी को जब वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के साथ बातचीत का भरोसा भी दिलाया गया था.
जून 2020 से मई 2021 तक सुकेश ने कुछ मोबाइल एप्लिकेशन और वॉयस मॉड्यूलेशन सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया. पूर्व रैनबैक्सी के मालिक शिवेंद्र सिंह की पत्नी अदिति सिंह से उसने अधिकारी बनकर की. कभी कानून सचिव, गृह सचिव, गृह मंत्री के प्रतिनिधि के रूप में कॉल किया गया. प्रधान मंत्री कार्यालय का प्रतिनिधि बनकर उसने महिला को जेल से बाहर निकालने में मदद करने के बहाने 215 करोड़ रुपये की उगाही की.
सुकेश ने 84 ऑडियो क्लिप में सरकारी अफसर बनकर की बात
इंडिया टुडे ने सुकेश चंद्रशेखर के 84 ऑडियो क्लिप एक्सेस किए हैं, जहां उसने सरकारी अधिकारी बनकर फोन पर बात की. यह सब 15 जून, 2020 को शुरू हुआ, जब अदिति के पास एक लैंडलाइन नंबर से उनके मोबाइल पर कॉल आया. एक महिला ने उनसे पूछा और कहा कि भारत सरकार के कानून सचिव अनूप कुमार बात करना चाहते हैं.
कुछ ही सेकंड में उसने फोन ट्रांसफर कर दिया. और एक सज्जन फोन लाइन पर आए. अपना परिचय भारत के कानून सचिव अनूप कुमार के रूप में दिया. कहा कि वह पीएमओ (प्रधान मंत्री कार्यालय) के निर्देश पर फोन कर रहे हैं.
अनूप बनकर सुकेश ने किया था कॉल
सुकेश अब अनूप कुमार बनकर बात कर रहा था. उसने सरकार को भेजे गए पत्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा में योगदान करने की बात की. उसने 3 बार फोन किया. उसने लैंडलाइन पर कॉल कर यकीन दिलाया कि सरकारी कार्यालयों से कॉल कर रहे हैं. अदिति को सलाह दी कि वे इंटरनेट पर नंबरों की जांच करें और सरकारी अधिकारियों से कॉल आने की भी पुष्टि कर लें. अदिति ने जब नंबर चेक किया तो पाया कि जिस नंबर से उन्हें कॉल आया वह लॉ सेक्रेटरी के ऑफिस का था.
अनूप कुमार के रूप में सुकेश ने लंबित कानूनी मुद्दों के साथ-साथ संचार के तरीके और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए आवश्यक जानकारी दी. वह स्वास्थ्य सेवा के काम के बारे में भी बात की. उसने अपने कनिष्ठ अधिकारी अभिनव के संपर्क में रहने की बात कही. उसने कहा कि अभिनव शीघ्र ही टेलीग्राम पर संपर्क करेगा. 'जय हिंद' के साथ कॉल कट की.
उसी दिन अभिनव के रूप में सुकेश ने फोन किया और अनूप कुमार के अपर सचिव के रूप में अपना परिचय दिया. उसने कहा कि उन्हें पीएमओ और एचएम (गृह मंत्री अमित शाह) की ओर से संपर्क करने का निर्देश दिया गया था.
पार्टी फंड में योगदान करने की कही थी बात
अनूप और अभिनव के रूप में सुकेश ने अगले कुछ हफ्तों तक बात की. उसने कहा कि आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और विभिन्न अन्य एजेंसियां उसके सभी फोन कॉल की निगरानी कर रही हैं. अभिनव के रूप में सुकेश ने एक टेलीग्राम नंबर का इस्तेमाल इस तरह से किया कि वह उसे कॉल न कर सके. वह प्रतिदिन टेलीग्राम संदेशों और टेलीग्राम कॉल के माध्यम से संवाद करता था.
पहली 3 कॉलों के बाद ही उन्हें सुकेश ने अनूप कुमार बनकर पार्टी फंड में योगदान की बात कही थी. यह भी कहा था कि उन्हें पार्टी कार्यालय (बीजेपी) या नॉर्थ ब्लॉक का दौरा करने की आवश्यकता होगी.
अनूप के रूप में सुकेश ने बाद में अदिति से 20 करोड़ रुपये मांगे और कहा कि अभिनव उससे बात कर लेगा. अदिति इस उम्मीद में पैसे देती रही कि उसका पति जेल से बाहर आ जाएगा और कारोबार पटरी पर आ जाएगा. इंडिया टुडे ने कुछ ऑडियो कॉल्स को ट्रांसक्रिप्ट किया है, जिसमें सुकेश ने अनूप कुमार भारत सरकार के कानून सचिव के रूप में बताया है.
अनूप: नमस्कार
अदिति: हाँ, सर
अनूप : परिवार की, अपने बारे में या अपने बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप सबकी जिम्मेदारी हम सब की. हम सरकार के रूप में पूरी जिम्मेदारी ले रहे हैं. और हम एक नई शुरुआत भी करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. कृपया उसे (शिवेंद्र) बता दें.
अदिति: सर वह (पति शिवेंद्र) एक छोटी सी मुलाकात के लिए अनुरोध कर रहे हैं.
अनूप : मीटिंग? वह मिलना चाहता है?
अदिति: वह कह रहे हैं कि चूंकि वह नहीं मिल सकते हैं. वह मेरे साथ एक मीटिंग के लिए बोल रह हैं. आपकी मेरे साथ मीटिंग के लिए बोल रहे हैं.
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