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अब खुलेगा सुनंदा पुष्कर की मौत का राज

पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के नौ महीने बाद अब जाकर पता चला है कि उनकी जान जहर ने ली थी. एम्स के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के तीन डॉक्टरों की टीम ने विसरा यानी सुनंदा की पेट की थैली की जांच के बाद पाया कि पेट में जहर के कुछ अंश थे. पर ये जहर क्या था, किस तरह का था, सुनंदा ने खुद इसे खाया या उसे खिलाया गया इन सब सवालों के जवाब फिलहाल नदारद हैं.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के नौ महीने बाद अब जाकर पता चला है कि उनकी जान जहर ने ली थी. एम्स के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के तीन डॉक्टरों की टीम ने विसरा यानी सुनंदा की पेट की थैली की जांच के बाद पाया कि पेट में जहर के कुछ अंश थे. पर ये जहर क्या था, किस तरह का था, सुनंदा ने खुद इसे खाया या उसे खिलाया गया इन सब सवालों के जवाब फिलहाल नदारद हैं. यानी सुनंदा को किसके जहर ने मारा ये सवाल अब भी सवाल ही बना हुआ है.

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सुनंदा पुष्कर की मौत ना तो बीमारी की वजह से हुई, ना उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और ना ही दवा के ओरवडोज ने उनकी जान ली. तो क्या इस नए खुलासे से सुनंदा की मौत की मिस्ट्री सुलझ गई? बिल्कुल नहीं! क्योंकि डाक्टरों ने बस मौत की वजह बताई है. ये नहीं बताया है कि जिस जहर ने जान ली वो जहर कौन सा था? वो जहर किसी केमिकल घालेमल का नतीजा था या फिर साजिश के तहत ही उस जहर को सुनंदा के पेट तक पहंचाया गया. और सबसे बड़ा सवाल ये कि वो जहर खुद सुनंदा ने खुदकुशी के इरादे से लिया या फिर कत्ल के इरादे से किसी ने उन्हें वो जहर खिलाया?

इसी साल 19 जनवरी को सुनंदा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये खुलासा हआ था कि उनकी मौत दवा के ओवरडोज की वजह से हुई है. दरअसल 17 जनवरी को सुनंदा की लाश जिस पांच सितारा होटल के कमरे से मिली थी, वहां लाश के साथ अलप्रेक्स की गोलियों के दो खाली पत्ते मिले थे. दोनों पत्ते में कुल तीस टैबलेट थे. मगर अब विसरा रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि सुनंदा ने मरने से पहले अलप्रेक्स की एक भी गोली नहीं खाई थी. यानी दवा की ओवरडोज से मौत हुई ही नहीं.

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इसी के बाद एम्स के तीन डॉक्टरों की टीम ने विसरा रिपोर्ट की दोबारा जांच की तो पता चला कि सुनंदा के पेट में जहर के कुछ अंश थे और यही जहर मौत की वजह बना. एम्स के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के तीनों डाक्टरों ने अपनी जो रिपोर्ट दी है उसमें लिखा है कि सुनंदा के विसरा यानी पेट की थैली में ईथाइल, अल्कोहल, कैफीन एसिटामेनोफेन, कॉटीनाइन के अंश मिले हैं. पर इनमें से किस जहर या केमिकल ने सुनंदा की जान ली, मोडिकल बोर्ड इस बारे में खामोश है. डॉक्टरों का कहना है कि विसरा रिपोर्ट में बहुत सारी बंदिशें हैं इसलिए जहर के किस्म के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.

एम्स मेडिकल बोर्ड ने विसरा रिपोर्ट 27 सितंबर को तैयार की थी और 30 सितंबर को इसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया. हालांकि रिपोर्ट में जहर के किस्म का जिक्र नहीं किया गया है पर छह तरह के जहर का नाम लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि इनकी जांच फॉरेंसिंक लैब में मुश्किल है.

विसरा रिपोर्ट तो आ गई, मौत की वजह भी बता दी गई. पर फिर वही सवाल कि क्या इससे सुनंदा की मिस्ट्री सुलझ जाएगी? मेडिकल बोर्ड ने भले ही जहर के किस्म का जिक्र नहीं किया और ना ही ये पता लगा सकी है कि जहर खुदकुशी के इरादे से खुद सुनंदा ने खाया या उसे खिलाया गया. मगर उसने दल्ली पुलिस से 13 सवालों के जवाब जरूर मांगे हैं. मोडिकल बोर्ड का कहना है कि अगर इन 13 सवालों के जवाब मिल गए तो उसे आखिरी मेडिकल ओपीनियन देने में आसानी होगी.

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सुनंदा को किसके जहर ने मारा इस सवाल का जवाब बेशक डॉक्टरों की टीम नहीं दे पाई. मगर उन्हीं डॉक्टरों ने इस मामले की जांच को लेकर दिल्ली पुलिस को कटघऱे में खड़ा कर दिया है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौत की वजह बनी जहर का भी पता चल जाता, अगर दिल्ली पुलिस मेडिकल बोर्ड को पूरी जांच रिपोर्ट देती. मेडिकल बोर्ड ने अपनी जांच रिपोर्ट में पुलिस की कई कोताहियों का भी जिक्र किया है.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट अब भी अधूरी है और जब तक खुद पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच जाती आगे की कार्रवाई नहीं मुश्किल है. लेकिन मोडिकल बोर्ड का कहना है कि जांच से जुड़ी कई ऐसी चीजें थीं जो नौ महीने बाद भी दिल्ली पुलिस ने मांगने के बावजूद मेडिकल बोर्ड को नहीं दिए. अब अपनी रिपोर्ट के साथ मेडिकल बोर्ड ने एक बार फिर दिल्ली पुलिस से 13 सवालों के जवाब मांगें है.

मेडिकल बोर्ड ने दिल्ली पुलिस से मांगे 13 सवालों के जवाब
1. क्राइम सीन की तस्वीरें बोर्ड को क्यों नहीं मुहैया कराई गईं?
2. लोगों के बयान और परिस्थ‍ि‍तिजन्य सबूत क्यों नहीं दिए गए?
3. लाश के साथ कमरे से कुछ दवाइयां मिली थीं. ये दवाइयां किसने लिखी थीं? कहां से खरीदी गई थीं? और ये दवाइयां किसके लिए थीं?
4. सुनंदा पुष्कर के इलाज की पर्ची में कहीं भी अल्प्रेक्स का जिक्र नहीं था. फिर अल्प्रेक्स कमरे में कैसे पाई गई?
5. 15-15 टैबलेट की अल्प्रेक्स के दो खाली पत्ते कमरे से मिले, जबकि विसरा रिपोर्ट से पता चलता है कि उन्होंने अल्प्रेक्स खाई ही नहीं.
6. सुनंदा ने सोते हुए रिलेक्स रेस्ट स्लीप कंपनी का एक बैगनी रंग का टॉप और मार्क एंड स्पेंसर का लोअर पहना हुआ था. उनके टॉप पर छह जगह हल्के सफेद रंग के दाग थे जो की एसटामीनोफिन, कैफाइन, लीडोकेन और मीथेलपैराबेन के हो सकते हैं. ये परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं जिनकी और जांच की जानी चाहिए.
7. क्या सुनंदा का कोई करीबी अल्प्रेक्स खाता है?
8. मौत से पहले क्या सुनंदा ने होटल में कोई मेडिकल मदद ली थी?
9. मौत के बाद सबसे पहले जिस डॉक्टर ने सुनंदा को देखा उसका बयान कहां है?
10. उनके शरीर से हल्की गंदी गैस की बदबू आ रही थी और उनकी बाईं आंख में घाव था. इसके बारे में ये पता लगाना चाहिए कि वो पहले से मौजूद था, जब उन्हें आखिरी बार जिंदा देखा गया था.
11. वो ईमेल कहां है जो 26 जनवरी को डॉक्टर राजीव भसीन ने भेजा था?
12. सुनंदा की मौत के बाद 26 जनवरी को दुबई से भेजा गया डॉक्टर अनिल गुप्ता का वो मेल जिसमें उनकी बीमारी का जिक्र है वो कहां है. ताकि उससे उनकी बीमारी और मौत की वजह पता किया जा सके.
13. जिस बेड शीट और गद्दे पर सुनंदा की लाश मिली, उसकी फॉरेंसिक जांच क्यों नहीं कराई गई?

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मेडिकल बोर्ड ने अपनी जांच रिपोर्ट में ये सनसनीखेज खुलासा भी किया है कि मौत से पहले सुनंदा बिल्कुल तंदुरुस्त थीं. यानी वो किसी बीमारी का शिकार नहीं थीं. उनका दिल, लीवर सब कुछ ठीक था. जबकि सुनंदा की मौत के बाद लगातार ये कहा जा रहा था कि वो बेहद बीमार थीं. जांच रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सुनंदा के शरीर पर चोट के जो निशान मिले थे, उसके बारे में भी दिल्ली पुलिस ने बोर्ड को कोई जानकारी या जांच रिपोर्ट नहीं दी.

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