लखनऊ से एसपी हरदोई की चोरी हुई सरकारी गाड़ी का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है. वायरलेस सेट समेत चोरी हुई नीली बत्ती गाड़ी की तलाश में प्रदेश भर की पुलिस लगी हुई है. पुलिस महकमे को 24 घंटे में गाड़ी बरामद करने का अल्टीमेटम देने वाले यूपी के डीजीपी भी खुद इस मामले पर निगाह रखे हुए हैं.
लखनऊ की इस वारदात ने राजधानी के पुलिस अफसरों की नींद उड़ा रखी है. नीली बत्ती लगी UP 30G 0219 नंबर की टाटा सूमो को 24 घंटे में बरामदगी का फरमान है. एसपी हरदोई राजीव मल्होत्रा की सरकारी टाटा सूमो उनके लखनऊ के हजरतगंज के शालीमार इंपीरियल अपार्टमेंट से गायब हो गई थी.
इस बात पर अब सस्पेंस मचा हुआ है कि एसपी की सरकारी गाड़ी उनके लखनऊ स्थित आवास पर क्या कर रही थी. एसपी कहा है कि गाड़ी में आई खराबी की मरम्मत के लिए उनका ड्राइवर और गनर उसे लखनऊ ले गया था. बाराबंकी का टोल नाका क्रास करते हुए गाड़ी सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास मौजूद है.
इसके बाद ये गाड़ी फैजाबाद के टोल नाके पर गुजरती देखी गई. हैरानी की बात ये है कि सरकारी गाड़ी चोरी होने की शिकायत एसपी ने थाने में दो दिन बाद लिखवाई है. यदि ये शिकायत वक्त से दे दी जाती तो टोल नाकों पर बदमाशों को पकड़ा जा सकता था. पुलिस अधीक्षक भी सवालों के घेरे में आ गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, एडीजी लॉ एंड आर्डर दलजीत चौधरी ने एसपी राजीव मल्होत्रा से स्पष्टीकारण मांगा गया है कि वे कैसे लखनऊ आए थे. उन्होंने इसके लिए किससे परमिशन ली थी. उनकी सरकारी गाड़ी उनके लखनऊ स्थित आवास के सामने कैसे खड़ी रही? इस मामले में आईजी को जांच के निर्देश दिए गए हैं.
एसपी की गाड़ी का न मिलना पुलिस अफसरों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. नीली बत्ती, हूटर और वायरलेस के गलत इस्तेमाल का डर सता रहा है. पुलिस अफसरों के बीच हो रही हर बात वायरलेस पर प्रसारित भी हो रही है, जिससे उसको चोरी करने वालों को पुलिस की गतिविधियों की जानकारी भी मिल रही है.