रंजीत उर्फ रकीबुल का मामला एक ऐसा मामला बन गया है जिसमें हर रोज नए सच सामने आ रहे हैं. रिश्तों के दांव तले कानून को रौंदकर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ने वाला अब बुरी तरह फंस चुका है. पत्नी के लगाए ‘लव जेहाद’ के इल्जाम से वो पहले ही घिर चुका था और अब उसके फ्लैटों में हुई छापेमारी से जो राज बाहर निकले हैं उसने एक बार फिर सबको चौंका दिया है.
रंजीत उर्फ रकीबुल की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. कभी चंद पैसों के लिए तरसने वाला व्यक्ति रातों रात कुछ ऐसा अमीर हुआ कि भिखारियों को भीख में 500 रुपये तक देने लगा. लेकिन सिर्फ 5 सालों में उसने फर्श से अर्श तक का सफर कैसे पूरा किया ये भी एक बड़ा राज है. वो पहले गरीब हुआ करता था, कभी वो किराने की दुकान में काम करता. कभी वो मैरिज पार्टी में वीडियोग्राफर का लाइटमैन बनता और कभी किसी ढाबे का हिसाब-किताब रखता. लेकिन अब ये सब कुछ गुजरे जमाने की बात है. ‘लव जेहाद’ के मामले में गिरफ्तार होने से पहले रंजीत उर्फ रकीबुल की अमीरी और ठाठ देखकर लोग अपने दांतों तले उंगलियां दबा लिया करते थे.
रकीबुल की तकदीर पलटने की शुरुआत 2002 और 2003 से हुई. इससे पहले वो गरीब हुआ करता था और एक आम जिंदगी जी रहा था. लेकिन इसी बीच एक लड़के से उसकी लड़ाई क्या हुई वो जेल गया और उसकी किस्मत ही बदल गई. जेल से बाहर आने के बाद वो 5 सालों तक बिल्कुल गायब ही हो गया. लेकिन इसी बीच जब वो वापस पहुंचा तो उसकी जिंदगी बदल चुकी थी. वो करोड़ों में खेलने लगा, उसको जानने वाले बताते हैं कि पहले उसके पास कई बार 10-20 रुपये भी नहीं होते थे, और फिर वह रांची में 3 मकानों के लिए 70 हजार किराया भी देने लगा.
रकीबुल को जानने वाले लोग बताते हैं 5 साल तक खुफिया जिंदगी जीने के बाद जब वो लौटा तो बड़ी गाड़ियों में घूमा करता था. भिखारी को कभी 500 का नोट पकड़ा देता तो कबी 10 रुपये की चीज खरीदकर अपनी जेब से हजार का नोट निकालता, उसका ये रग ढंग देखकर लोग हैरान रहे जाते थे. रकीबुल के ये 5 साल बेशक दुनिया के लिए एक पहेली हों, लेकिन अब सूत्रों का दावा है कि उसने इन्ही 5 सालों में पॉलिटिकल और जुडिशियल लाईजिनिंग यानी दलाली करके करोड़ों रुपये कमाए. वो अपने रिश्ते, रिश्वत और लड़कियों के दम पर लोगों के काम करता और कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ता गया.
हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद से तो उसके पुराने रिश्ते थे ही. अपने शूटिंग के शौक को लेकर वो मुश्ताक के साथ शूटिंग रेंज जाया करता था और यहीं उसकी मुलाकात राष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा शाहदेव की साथ हुई थी. इसके बाद खुद मुश्ताक अहमद रंजीत से रकीबुल बने इस शख्स का रिश्ता लेकर तारा शाहदेव के घर गए थे और फिर दोनों की शादी करवाई थी. लेकिन अब रकीबुल का नया चेहरा दुनिया के सामने है और अब सबको उस दिन का इंतजार है जब सीबीआई रकीबुल का पूरा सच दुनिया के सामने लाएगी.
‘लव जेहाद’ मामले को लेकर पूरे झारखंड़ में कोहराम मचा हुआ है, तो दूसरी तरफ इसी मामले को लेकर राज्य के कई बड़े अफसर और नेता डरे हुए हैं. क्योंकि पुलिस पूछताछ में रंजीत उर्फ रकीबुल ने जो खुलासे किए हैं उसने राज्य के कई रसूखदार लोगों की नींद उड़ा दी है. पुलिस की मानें तो वो अपना काम निकलवाने के लिए हनीट्रैप का इस्तेमाल किया करता था. यानी काम के बदले पैसे के साथ-साथ लड़की भी और पुलिस की मानें तो वो अपने सारे गुनाह कबूल भी कर रहा है.
रांची का ‘लव जेहाद’ मामला शुरू तो हुआ था पति पत्नी के झगड़े और जबरन धर्म परिवर्तन के इल्जामों से, लेकिन बढ़ते-बढ़ते ये मामला ‘लव जेहाद’ से बहुत आगे हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट और जुडिशियल करप्शन तक जा पहुंचा है. शायद यही वजह है कि एक तरफ जहां झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले की जांच सीबीआई के हवाले करने का ऐलान किया है, वहीं दूसरी तरफ रकीबुल के नजदीकी मंत्री, मेजिस्ट्रेट और अफसर अपना नाम सामने आने कि उल्टी गिनती को लेकर सहमे हुए हैं.
अब तक कि पूछताछ में रंजीत उर्फ रकीबुल ने 40 से ज्यादा अफसरों और मंत्रियों को नजदीक से जानने की बात कबूल की है. उसने ये भी बताया है कि वो अक्सर ऐसे लोगों से काम निकलवाने के बदले में उन्हें लड़िकयां सप्लाई किया करता था. रकीबुल के इन्हीं खुलासों के मद्देनजर अब पुलिस एक तरफ राची में मौजूद उसके तीनों मकानों का कोना-कोना छान रही है और दूसरी तरफ रांची के सबसे पॉश प्लेयर अपार्टमेंट की सीसीटीवी और रकीबुल के लैपटोप और 5 मोबाइल फोन की जांच कर रही है. इलेक्ट्रॉनिक डिवायसों में छिपे राज के तह तक जाने के लिए साइबर फॉरेंसिक के एक्सपर्ट की भी मदद ले रही है.