उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद जिले में कत्ल की एक ऐसी वारदात सामने आई है. जिसे सुनकर किसी भी इंसान का दिल दहल सकता है. दरअसल, सौ करोड़ की संपत्ति के लालच में एक कलयुगी बेटे ने अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया. जब मामला खुला तो पुलिस भी बेटे की खौफनाक साजिश को जानकर हैरान रह गई.
अचानक गायब हो गए थे नरेंद्र तोमर
गाजियाबाद शहर में रहने वाले नरेंद्र तोमर एक नामचीन शख्स थे. संपत्ति के लिहाज से उनका रूतबा जिले में खासा अच्छा था. बीती 26 जून को अचानक नरेंद्र तोमर अपने घर से गायब हो गए. पुलिस तक मामला पहुंच गया. उनकी तलाश शुरू की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला.
अमित से हुई थी पूछताछ
पुलिस ने मामले की तफ्तीश शूरू की. जब पुलिस नरेंद्र तोमर के घर पहुंची तो पाया कि उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे. बस इसी बात से पुलिस को उनके गायब हो जाने के पीछे किसी करीबी के शामिल होने का शक हुआ. लिहाजा पुलिस ने नरेंद्र तोमर के बेटे अमित से पूछताछ की लेकिन कोई बड़ा सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा.
सीसीटीवी ने खोला राज
जब पुलिस ने बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तो घर के बाहर लगे एक कैमरे की फुटेज में अमित अपनी मां के साथ 26 जून को घर के अंदर जाता हुआ दिखाई दिया. मगर ठीक उसके बाद से सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए. पुलिस के लिए यह बात एक अहम सुराग बन गई. इस आधार पर जब पुलिस ने अमित से सख्ती के साथ पूछताछ शुरु की तो एक सनसनीखेज खुलासा हुआ.
बेटा निकला पिता का कातिल
पुलिस को पता चला कि सौ करोड़ रुपये के लालच में अमित तोमर ने ही अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया. खुलासा होते ही पुलिस ने फौरन अमित को गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि नरेंद्र तोमर की बेटी यानी अमित की एक बहन रायपुर में रहती है. उसी ने उनके गायब हो जाने की शिकायत पुलिस से की थी.
गला दबाकर की थी हत्या
पुलिस के मुताबिक शामली में नरेंद्र तोमर का एक फार्म हाउस है. जिसकी कीमत इस वक्त सौ करोड़ रुपये है. उसी को लेकर घर में काफी वक्त से झगड़ा चल रहा था. जिसके चलते अमित ने अपने पिता की हत्या का प्लान बनाया और 26 जून को मौका देखकर घर में ही गला दबा कर उनकी हत्या कर दी.
लाश को खाई फेंका
पिता की हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाना था. लिहाजा अमित अपने पिता की लाश को एक सफेद चादर में लपेटा और फिर उसे गाड़ी में डालकर उत्तराखंड की तरफ निकल गया. इस दौरान उसने इस बात का ख्याल रखा कि कहीं उसकी गाड़ी की चैकिंग न हो. अमित ने पिता की लाश को मौका देखकर ऋषिकेश के पास एक काई में फेंक दिया और लौटकर गाजियाबाद आ गया.
मां को तलाश रही है पुलिस
मगर कहते हैं कि कातिल चाहे कितना भी चालाक हो लेकिन वो अपने गुनाह के निशान कहीं न कहीं ज़रूर छोड़ देता है. ऐसे ही उसके घर में लगे एक सीसीटीवी कैमरे ने इस कत्ल का राज खोल दिया. अमित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. अब पुलिस अमित की मां को तलाश रही है. क्योंकि कत्ल की जानकारी होने के बावजूद उसने पुलिस को खबर नहीं की थी.