गिनीज बुक में यूं अपना नाम दर्ज कराना चाहता था ये हत्यारा!
इंग्लैंड के कुख्यात सीरियल किलर ब्रूस ली का असली नाम पीटर डिन्सडेल है. इसने कुंग-फू के प्रति प्यार के कारण अपना नाम बदलकर ब्रूस ली कर लिया था. इसे ब्रिटेन के इतिहास का सबसे खतरनाक सीरियल किलर माना जाता है. लोगों को जलाकर मारना इसका शौक था.
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कुख्यात सीरियल किलर ब्रूस ली
- नई दिल्ली,
- 12 जुलाई 2016,
- (अपडेटेड 12 जुलाई 2016, 4:49 PM IST)
मानवीय इतिहास में सीरियल किलिंग की घटनाएं काफी पुरानी हैं. 'सीरियल किलर' ठग बहराम से लेकर निठारी के 'नर पिशाच' सुरेंद्र कोली तक अनेक नाम हमारे सामने हैं. aajtak.in ऐसी घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है इंग्लैंड के कुख्यात सीरियल किलर ब्रूस ली के बारे में, जिसने 19 साल की उम्र तक 15 लोगों को जलाकर मार दिया था. वह सबसे ज्यादा हत्या करके अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराना चाहता था.
कुख्यात सीरियल किलर ब्रूस ली की खौफनाक कहानी
- इस कुख्यात किलर का असली नाम पीटर डिन्सडेल है. इसने कुंग-फू के प्रति प्यार के कारण अपना नाम बदलकर ब्रूस ली कर लिया था.
- इसे ब्रिटेन के इतिहास का सबसे खतरनाक सीरियल किलर माना जाता है. लोगों को जलाकर मारना इसका शौक था.
- ब्रूस ली का जन्म 1961 में हुआ था. 19 साल की उम्र तक ये 15 लोगों को जलाकर मार चुका था.
- उसने अपनी मां से कहा था कि वो हत्या करके अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराना चाहता है.
- अपने इस सनकीपन को पूरा करने के लिए ये अपने साथ माचिस और पैराफिन की बोतल लेकर चलता था.
- इसने 6 महीने के मासूम बच्चे से लेकर 46 साल के वयस्क तक को अपना शिकार बनाया था.
- ये ज्यादातर छोटे बच्चों को ही मारता था. एक अजन्मे बच्चे को मारने के लिए फेन्टन नाम की महिला को जलाने की कोशिश की थी.
- उसने अपने आखिरी शिकार में 4 दिसंबर 1979 को 8 से 15 साल के बीच के 3 भाईयों को जलाया था.
- इसके बाद पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया. अदालत ने 1981 में मेंटल हेल्थ एक्ट के तहत उम्र कैद की सजा सुनाई.
- हाल ही में एक अदालत ने उसे एक दिन के लिए कैद से मुक्त करते हुए बाहर घूमने की इजाजत दी है.
- अदालत के इस फैसले का कुछ लोग समर्थन कर रहें हैं तो दूसरी ओर कुछ लोग खुल के विरोध भी.
- लोगों का कहना है कि इतने खूंखार और भयावह अपराधी को सड़कों पर घूमने देना खतरनाक हो सकता है.
- अदालत के इस फैसले से 1981 के बाद आर्सोनिस्ट ब्रूस ली पहली बार जेल से छूटकर खुली सड़कों पर घूम रहा था.