बेबी किलर: मासूम बच्चों का रेप कर उतार देता था मौत के घाट
aajtak.in ऐसी घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है पंजाब के कुख्यात सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह की कहानी, जो मासूम बच्चों का शोषण करने के बाद गला काटकर मार देता था. 1952 में अमृतसर के ब्यास में जन्में दरबारा सिंह को 'बेबी किलर' के नाम से जाना जाता है. वह अक्सर साइकिल से घूमता था. उसके पास एक बैग में बहुत सारी टॉफियां होती थीं.
X
सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह
- नई दिल्ली,
- 20 जुलाई 2016,
- (अपडेटेड 20 जुलाई 2016, 7:09 PM IST)
मानवीय इतिहास में सीरियल किलिंग की घटनाएं काफी पुरानी हैं. 'सीरियल किलर' ठग बहराम से लेकर निठारी के 'नर पिशाच' सुरेंद्र कोली तक अनेक नाम हमारे सामने हैं. aajtak.in ऐसी घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है पंजाब के कुख्यात सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह की कहानी, जो मासूम बच्चों का शोषण करने के बाद गला काटकर मार देता था.
कुख्यात सीरियल बेबी किलर दरबारा सिंह की कहानी
- 1952 में अमृतसर के ब्यास में जन्में दरबारा सिंह को 'बेबी किलर' के नाम से जाना जाता है.
- वह अक्सर साइकिल से घूमता था. उसके पास एक बैग में बहुत सारी टॉफियां होती थीं.
- वह टॉफी का लालच देकर ही मासूम बच्चों को फंसाता और फिर हैवानियत करने का बाद उन्हें मार देता था.
- उसने करीब 17 मासूमों को अपना शिकार किया बनाया था. वे मुख्य रूप से प्रवासी मजदूर के बच्चे थे.
- दरबारा का कहना था कि उसे प्रवासी मजदूरों से नफरत थी, इसीलिए वह उनको मारता था.
- दरबारा सिंह इससे पहले 1975 में पठानकोट के एयर फोर्स स्टेशन का अधिकारी था.
- उस दौरान उसने एक मेजर के परिवार पर हैंड ग्रेनेड फेंक दिया था. बाद में उसे बरी कर दिया गया.
- एक प्रवासी मजदूर के बच्ची को मारने के जुर्म में अदालत ने उसे 30 साल की सजा भी सुनाई थी.
- हालांकि इसके अच्छे व्यवहार को देखते हुए सजा को घटाकर 10 साल कर दिया गया था.
- जेल से बाहर आने तक इसके मन में प्रवासी मजदूरों के लिए द्वेष और बढ़ गया था.
- दरबारा के कुकर्मों के कारण इसकी बीवी ने भी इसे घर से निकाल दिया था.
- उसके बाद से ये कपूरथला में चमड़े की एक फैक्ट्री में गार्ड का नौकरी करने लगा था.
- बच्चों को मारने से पहले वह उनका यौन शोषण किया करता था.
- उसका कहना था कि इससे उसके शिकार में शक्ति खत्म हो जाती थी और वो उनको आराम से मार देता था.
- 7 जनवरी 2008 को अदालत ले इस कुख्यात सीरियल किलर के उम्रकैद की सजा सुनाई.