उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी की पत्नी फरहत अंसारी पर अवैध संपत्ति मामले में FIR दर्ज की गई है. फरहत अंसारी, बाहुबली मुख्तार अंसारी की भाभी हैं. लखनऊ के हजरतगंज थाने में आपराधिक षडयंत्र समेत 6 अन्य धाराओं में ये एफआईआर दर्ज की गई है.
एलडीए की तरफ से दर्ज मामले में फरहत अंसारी के अलावा कई अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. जांच के मुताबिक आरोप है कि फरहत अंसारी और उनके परिवार वाले लखनऊ के डालीबाग इलाके में जिस मकान में रह रहे हैं वह करीब 4000 वर्ग फीट पर बना है, जबकि यह जमीन निष्क्रांत संपत्ति के अंतर्गत आती है.
यह संपत्ति राज्य सरकार की संपत्ति होती है, जिसमें कोई भी निजी व्यक्ति कब्जा नहीं कर सकता. फरहत अंसारी इस जमीन पर अवैध रूप से मकान बनवाकर पूरे परिवार समेत वहां रह रही हैं.
यह संपत्ति राज सरकार ने किसी भी रूप में उन्हें आवंटित नहीं की है. इसी आरोप में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सूत्र बताते हैं कि कागजी कार्रवाई करने के बाद यह संपत्ति खाली करवाने के साथ-साथ एलडीए इसे तोड़ने की तैयारी भी कर रहा है. अब जल्द ही अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक, जियामऊ के लेखपाल की तहरीर पर जिला प्रशासन ने ये एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें निष्क्रांत संपत्ति पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया गया है. जबकि IPC की धारा 120B, 420, 447, 448 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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इसी के साथ लखनऊ के डॉलीबाग में बने मकान 21/14 B को अवैध घोषित किया गया है. इस मामले में दस्तावेजी हेराफेरी और सरकारी जमीन पर कब्जे के तहत मुकदमा दर्ज हुआ.
आपको बता दें कि यूपी सरकार की ओर से पहले ही अफजाल के भाई और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसा जा रहा है. मुख्तार अंसारी की अबतक कई संपत्तियों पर सरकार का बुलडोजर चल चुका है, इसके अलावा कई करीबियों की संपत्तियों पर भी सरकार की नजर है.
कुछ वक्त पहले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस मामले में कानूनी राय लेना शुरू किया था. जिसके बाद मुख्तार अंसारी के करीबियों को नोटिस भेजा गया था. जानकारी मिलने के बाद ही LDA ने अफजाल अंसारी और उनकी पत्नी फरहत के नाम पर जो संपत्ति है, उनकी कुंडली निकालनी शुरू कर दी थी.
क्या है ये निष्क्रांत संपत्ति?
आपको बता दें कि निष्क्रांत संपत्ति वो जमीन या संपत्ति है जो आजादी से पहले उनकी थी जिसे लोग आजादी से पहले या बाद में भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गए थे. उनकी जमीनें यूं ही पड़ी रहीं और बाद में उस पर किसी ने कब्जा कर लिया. इन्हें शत्रु संपत्ति भी कहा जाता है. इसी को लेकर अब यूपी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है.