पेरिस में 13 नंवबर को हुए आतंकवादी हमलों के बाद फ्रेंच पुलिस इन हमलों के मास्टरमाइंड अब्देल हमीद अबाउद की तलाश में पूरे पेरिस में सर्च ऑपरेशन कर रही थी और तभी उन्हें खबर मिली की उत्तरी पेरिस के एक इलाके सेंट डेनिस की एक रिहायशी इमारत के एक फ्लैट में अब्देल हमीद अपने कुछ साथियों के साथ छिपा हुआ है. खबर मिलते ही फ्रेंच पुलिस ने इमारत को चारों तरफ से घेर लिया और पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी.
खबरों के मुताबिक फ्रेंच पुलिस जैसे ही उस फ्लैट पर पहुंची तो फ्लैट के अंदर मौजूद अब्देल की एक महिला आतंकवादी साथी ने आत्मघाती बेल्ट से खुद को उड़ा लिया. बताया जा रहा है कि मरने वाली महिला आतंकवादी अब्देल की पत्नी थी. इसके बाद उस इमारत से सात धमाके हुए और इसके साथ ही पुलिस और फ्लैट में मौजूद बाकी आतंकवादियों के बीच क्रॉस फायरिंग शुरू हो गई.
चश्मदीदों के मुताबिक उन्होंने भी सुबह-सुबह गोलियां चलने और बम धमाकों की आवाजें सुनी थी. इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने दो संदिग्धों को मार गिराया. लेकिन इस एनकाउंटर में पुलिस के एक कुत्ते की भी गोली लगने से मौत हो गई और चार पुलिकर्मी घायल हो गए. पेरिस के पुलिस प्रमुख की तरफ से जारी बयान के मुताबिक इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन लोगों को उस फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है जहां पर आतंकवादी छिपे बैठे थे. जबकि बाकी के चार को उसी इलाके से और मुठभेड़ के दौरान जब अब्देल हमीद के तमाम रास्ते बंद हो गए तो उसने खुदकुशी कर ली. यानि पेरिस हमले का मास्टरमाइंड अब्देल हमीद आतंकवादी हमलों के ठीक पांच दिन बाद अपने अंजाम तक पहुंच गया.
ऑपरेशन के दौरान फ्रेंच पुलिस ने उस शख्स को भी हिरासत में ले लिया है जिसके फ्लैट में ये सभी आतंकवादी छिपे हुए थे. फ्लेट के मालिक जावेद बेन डो के मुताबिक उसके एक दोस्त ने दो लोगों को तीन दिन के लिए उसके फ्लैट में रहने देने के लिए कहा था. जावेद के मुताबिक वो नहीं जानता कि उसके फ्लैट में रहने वाले लोग कौन थे और कहां से आए थे और जिस वक्त पुलिस और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई वो अपने एक दोस्त के घर पर था.
इस बीच पेरिस के मेयर ने इलाके के लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है. इसके अलावा सेंट इलाके के तमाम स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए...आपको बता दें कि फ्रांस का नेशनल स्टेडियम सेंट डेनिस इलाके में ही है जहां ISIS के आतंकवादियों ने 13 नवंबर को हमला किया था और बाद में एक आतंकवादी ने खुद को उड़ा लिया था. 13 नंवबर के आतंकवादी हमले में 129 लोग मारे गए थे जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. घायलों हुए लोगों में से 221 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. और इनमें से 57 लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है.
27 साल का ये आतंकवादी मूल रूप से मोरक्को का रहने वाला है. लेकिन अपने परिवार के साथ बेल्जियम में रहता था. अब्देल के पिता एक दुकानदार हैं. अब्देल ब्रसेल्स के मुलेनबीक इलाके में रहता था. अब्देल 2013 में ISIS में शामिल हुआ था और बेल्जियम में रहते हुए ही उसने वहां कई नाकाम आतंकी हमलों की साज़िशें रचीं. अब्देल हमीद ने चार्ली एब्दो हत्याकांड के बाद एक बेल्जियन पुलिस अफसर को भी मारने की नाकाम कोशिश की थी.
अब्देल हमीद के नाम का शुमार सीरिया में आईएसआईएस के सबसे खूखांर कमांडरों में किया जाता रहा है. और फ्रांस की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अब्देल ही वो शख्स है जिसने पेरिस पर फिदाइन हमले के लिए उसके बाकी साथियों को तैयार किया था. फ्रांस की खुफिया एजेंसियों की माने तो उन्होंने पेरिस में हुए आतंकवादी हमलों में मारे गए 7 आतंकियों में से 5 की पहचान कर ली है.
बिलाल मूल रूप से फ्रांस का रहने वाला था लेकिन पिछले कुछ वक्त से वो बेल्जियम में रह रहा था. अहमद सीरिया के इदलीब शहर का रहने वाला था और फ्रांसिसी खुफिया एजेंसियों के मुताबिक वो अक्तूबर महीने में ग्रीस के रास्ते फ्रांस आया था. इन दोनों ने फ्रांस के नेशनल स्टेडियम पर आतंकवादी हमले के दौरान खुद को उड़ा लिया था. ब्राहिम फ्रांस का ही रहने वाला था और इसी ने अपने एक साथी के मिलकर रेस्तरां, कैफे और बार में गोलीबारी करने के बाद खुद को उड़ा लिया था.
सामी भी फ्रांस का ही रहने वाला था और 2012 में फ्रांस पुलिस अधिकारियों ने उससे उसके यमन दौरे के बारे में पूछताछ की थी. सामी बाटाक्लान कॉन्सर्ट हाल में हुए आतंकवादी हमले में शामिल था और बाद में इसने भी खुद को उड़ा लिया था. इस्माइल भी फ्रांस का ही निवासी था और सामी अनीमोर के साथ बाटाक्लान कॉन्सर्ट हाल में हुए आतंकवादी हमले में शामिल था. हमले के दौरान इस्माइल ने भी खुद को उड़ा लिया था. फ्रांस की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक इस्माइल पिछले कुछ वक्त से सीरिया आता-जाता रहा है. सलाह बेल्जियम का रहने वाला है और पेरिस आतंकवादी हमलों में मारे गए ब्राहिम एब्देसलाम का छोटा भाई है. फिलहाल सलाह पकड़ा नहीं गया है और फ्रांसिसी सुरक्षा एजेंसियां बड़ी शिद्दत से उसकी तलाश में जुटी हैं.
पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के बाद फ्रांस की वायु सेना के जेट विमानों ने सारिया में ISIS के गढ़ माने जाने वाले राक्का शहर में ISIS के कई ठिकानों पर बमबारी की. फ्रांस की वायुसेना के मुताबिक ISIS के ठिकानों पर हमले में उसके 10 फाइटर जेट्स शामिल थे. पेरिस में ISIS के आतंकवादी हमलों के बाद ये फ्रांस की ISIS के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई है. इस हवाई हमले के दौरान फ्रेंच जेट्स ने ISIS के कई ठिकानों को निशाना बनाया...इनमें ISIS का एक कमांड सेंटर, गोला बारूद का एक डिपो और ISIS के लड़ाकों के एक ट्रेनिंग शिविर शामिल है.
दरअसल फ्रांस की वायुसेना पिछले तीन दिन से सीरिया में ISIS के ठिकानों पर हवाई हमले कर रही है और ये हवाई हमले ISIS के उस आतंकवादी हमलों का जवाब हैं जिन्हें ISIS के आतंकवादियों ने पेरिस में अंजाम दिया था. इन हमलों की तफ्तीश कर रहे जांचकर्ताओं के मुताबिक पेरिस हमले की योजना सीरिया में तैयार की गई थी लेकिन उसकी पूरी तैयारी बेल्जियम में की गई थी.
सीरिया में ISIS के ठिकानों पर बमबारी और हवाई हमले करने में फ्रांस का साथ रूसी वायुसेना भी दे रही है. ये द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार है जब रूस और फ्रांस के फाइटर जेट्स एक साथ किसी दुश्मन के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ये कदम फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद की ISIS के खिलाफ मदद करने की अपील के बाद उठाया है. एक बात तो तय है कि अगर ISIS के खिलाफ इन हमलों में रूस और फ्रांस का साथ अमेरिका और नाटो फौज भी देती है तो कुछ ही हफ्तों में सीरिया और इराक से ISIS का नामोनिशान तक मिट जाएगा.