एक नौजवान आईएएस अफसर. जिसकी ईमानदारी और बहादुरी के चर्चे पूरे राज्य में थे. जिसे लोग सरकारी अफसर नहीं बल्कि हमारा अफसर कह कर बुलाते थे. जो सैंड माफिया, बिल्डर, जौहरी और यहां तक कि राज्य के गृहमंत्री तक के खिलाफ मुहिम छेड़ने से नहीं घबराया. जिसने टैक्स चोरों को पकड़-पकड़ कर राज्य का ख़जाना भरा. उसी जांबाज अफसर की उसी के घर में पंखे से झूलती लाश मिलती है.
2009 बैच के आईएएस अफसर और बंगलुरु के कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के ज्वाइंट कमिश्नर डीके रवि की सोमवार शाम को उन्हीं के फ्लैट में पंखे से झूलती लाश मिली थी. जैसे ही उनकी मौत की खबर शहर में फैली अचानक लोगों का हुजूम इकट्ठा होना शुरू हो गया. कोई ये मानने को तैयार ही नहीं है कि रवि खुदकुशी भी कर सकते हैं. हरेक को यह लगता है कि एक ईमानदार अफसर को साजिश के तहत कुछ लोगों ने मौत के घाट उतार दिया है. लोगों के इस गुस्से को देखते हुए राज्य सरकार भी चौकन्नी हो गई. मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है. हालांकि बंगलुरु पुलिस का मानना है शुरुआती जांच यही बता रही है कि रवि ने खुदकुशी की है.
बंगलुरु पुलिस का कहना है कि पहली नजर में मामला खुदकुशी का ही लगता है. बंगलुरु पुलिस का ये भी कहना है कि रवि के घर से ऐसी कोई चीज नहीं मिली या उनकी लाश से ऐसे कोई निशान नही मिले जो शक को हवा दें. मगर फिर इसी बंगलुरु पुलिस से जब खुदकुशी की वजह पूछी जाती है तो वो खामोश हो जाती है. हालांकि राज्य के जिस गृहमंत्री के खिलाफ रवि ने जमीन हथियाने के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी थी वही गृहमंत्री विधानसभा में बयान देते हैं कि रवि की खुदकुशी की वजह पर्सनल मैटर है.
बंगलुरु पुलिस सूत्रों का कहना है कि रवि और उनकी पत्नी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे. यही वजह है कि रवि सिर्फ शनिवार और रविवार को ही अपनी पत्नी के साथ रहते थे. बाकी पांच दिन दोनों अलग रहते थे. सूत्रों के मुताबिक घरेलू झगड़ों की वजह से रवि परेशान थे और बहुत मुमकिन है कि इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी कर ली.
हालांकि रवि की पत्नी या ससुराल वालों ने फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल उनकी पत्नी की हालत ऐसी नहीं है कि उनसे बातचीत की जा सके. लेकिन पुलिस का कहना है कि वो इस मामले में हर पहलू को खंगालेगी. ताकि मौत का सच सामने आ सके. हालांकि एक सवाल जो लोगों को खटक रहा है वो ये कि रवि एक पढ़े-लिखे इंसान थे और उन्होंने अगर पारिवारिक वजहों से ही खुदकुशी की तो फिर सुसाइड नोट जरूर लिखते.