वैसे तो इस दुनिया में शायद ही ऐसा कोई रिश्ता बचा हो जिसका खून ना हुआ हो. मगर ये सच जानने के बाद भी मन मानने को तैयार नहीं होता कि कोई मां-बाप अपने ही हाथों से अपने जवान बेटे का कत्ल कर सकता है. मगर आप उस मां-बाप की नफरत की इंतेहा को क्या कहेंगे जो पहले अपने जिगर का खून करता है और फिर अपने उसी जिगर के 25 टुकड़े कर डालते हैं. दिल दहला देने वाली ये वारदात दिल्ली में हुई है.
पुलिस को दिल्ली के जैतपुर इलाके से टुकड़ों में एक इंसान की लाश मिली थी. लेकिन उसके पास ना तो मरने वाले का कोई सुराग था और ना ही मारने वालों का. कुल मिलाकर ये एक परफेक्ट ब्लाइंड मर्डर था. लेकिन इसी बीच पुलिस के पास आए एक टेलीफोन कॉल ने पूरे मामले का रुख ही मोड़ दिया. किसका था ये टेलीफोन कॉल और कॉल करनेवाले ने आखिर ऐसी क्या जानकारी दे दी?
कहते हैं कि बुढ़ापे में बच्चे मां-बाप का सहारा होते हैं. लेकिन यहां मामला उलटा था. बेटा सहारा बनने की बजाए मां-बाप के लिए मुसीबत बन गया था. ऐसी मुसीबत कि बुजुर्ग
मां-बाप खुद अपने ही हाथों अपने जवान बेटे की जान लेने की तैयारी करने लगे. और फिर उस रोज आधी रात को जो कुछ हुआ, वो बेहद अजीब था.
अब घर में जवान बेटे की लाश पड़ी थी. लेकिन जिस मां-बाप को इस लाश को देख कर गश खा कर गिर जाना चाहिए था, वही मां-बाप अब इस लाश को ठिकाने लगाने की तरकीब सोच रहे थे. फिर तरकीब सूझी भी. अब कांपते हाथों ने अपने ही कलेजे के टुकड़े करने शुरू कर दिए.