एक तरफ गैंगरेप की एक वारदात पर हिंदुस्तान का गुस्सा दिखा. वहीं दूसरी तरफ गैंगरेप के कुसूरवारों को फांसी पर लटकाने की मांग करता हिंदुस्तान. ऐसा ही एक मामला सामने आया है.
देश की राजधानी दिल्ली से फकत चंद किलोमीटर के फासले पर हरियाणा के फरीदाबाद इलाके में बसे एक गांव की पंचायत ने गैंगरेप के गुनाहगारों के लिए जो सजा मुकर्रर की है, उसे सुन कर सिर शर्म से झुक जाता है. दरअसल, फरीदाबाद के एक गांव जकुपुर की पंचायत ने गैंगरेप के एक मामले में खुदमुख्तारी करते हुए गुनहगारों से 50 हजार रुपये का जुर्माना भरने और गुनहगारों को पांच जूते मारने का अजीबो-गरीब फैसला दिया है और अब इस फैसले से नाखुश पीड़ित परिवार ने पुलिस में दस्तक दी है.
पंचायती की सुनाई ये सजा न तो कानून की कसौटी पर सही ठहरता है और ना ही तर्क के पैमाने पर ही खरा उतरता है. जाहिर है, इस मामले में गैंगरेप के गुनाहगार जितने बड़े दोषी हैं.
इस वारदात की क़ीमत लगा कर लड़की अस्मत का सौदा करनेवाली इस गांव की पंचायत भी उससे कुछ कम दोषी नहीं है. यही वजह है कि अब इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने पूरी पंचायत को तबल किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.