सालों तक जो कभी सामने नहीं आया. बस अपनी आवाज सुनाता रहा. हम लोग कभी-कभी सुन या पढ़ कर जिसके बारे में अपने दिमाग में जो तस्वीर बना लेते हैं, जरूरी नहीं कि वो वैसा ही हो. डॉन की कुछ तस्वीरों को देख कर यकीन नहीं होता कि पिछले बीस सालों से ऐसे डॉन को पकड़ने के लिए भारतीय एजेंसियां पापड़ बेल रही थीं.
छोटा राजन पिछले चार दिनों से बाली में अगर सबसे ज्यादा राहत और सुकून से जी रहा है तो वो ऐसे लॉकअप के अंदर. लेकिन कैमरे से मुंह चुराने की यहां भी उसकी अदा अंडरवर्ल्ड डॉन वाली नहीं लगती. छोटा राजन बाली के दो पुलिस अफसरों के साथ है. बाली पुलिस के साथ बातचीत के दौरान छोटा राजन उनसे कॉफी मांगता है. सालों से यही छोटा राजन मीडिया से जब फोन पर बात करता था तो आवाज में हनक थी. अब जब सामने आया तो हवा खराब है.
हालांकि इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तारी के बाद पहली बार डॉन छोटा राजन ने जुबान भी खोली. सवाल लगातार दागे जा रहे थे. आज तक ने भी उससे सवाल किया कि वो भारत क्यों नहीं लौटना चाहता और उसे क्या डर है? आज तक के सवाल पर छोटा राजन बोला कि वह भारत लौटना चाहता है.
छोटा राजन ने बाली पुलिस से गुरुवार को बताया कि दो साल पहले उसके दिल का ऑपरेशन हो चुका और उसे किडनी की भी बमारी है. हिरासत में आने के बाद से वो दवा नहीं ले पा रहा है. जिसकी वजह से उसे कुछ दिक्कत आ रही है. इसी के बाद बाली पुलिस गुरुवार को उसे अस्पताल ले गई जहां किडनी और हार्ट की जांच के बाद उसे जरूरी दवा दी गई है.
क्या छोटा राजन सचमुच बस छोटा-मोटा गुंडा या गैंगस्टर ही है? क्या अब तक छोटा राजन को बड़ा बना कर पेश किया जाता रहा? क्या उसकी गिरफ्तारी कोई बड़ी बात नहीं है? अगर देश का पूर्व गृह सचिव ऐसा बोले तो बात को हल्के में नहीं लिया जा सकता. पूर्व गृह सचिव और बीजेपी सांसद आरके सिंह का तो यहां तक मानना है कि छोटा राजन ने अपनी मर्जी से गिरफ्तारी दी है. जबकि खुद डॉन कह रहा है कि वो पकड़ा गया है उसने सरेंडर नहीं किया.
भारत सरकार के पूर्व गृह सचिव आरके सिंह का कहना है कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि डॉन छोटा राजन ने खुद ही अपनी गिरफ्तारी दी है. अब खुद से गिरफ्तारी देने का मतलब तो यही होता कि उसने सरेंडर किया है. गुरुवार को दिल्ली में ये बात आरके सिंह ने कही तो ठीक उसी दिन दिल्ली से दूर बाली में छोटा राजन कह रहा है कि मैंने सरेंडर नहीं किया है.
आरके सिंह की मानें तो छोटा राजन को इंडोनेशिया से भारत लाना कोई मुश्किल काम नहीं है. वो आसानी से भारत आ जाएगा. छोटा राजन को भारत लाने के लिए भारतीय जांच एजेसियां इंडोनेशिया के साथ लगातार बातचीत कर रही हैं. इतना ही नहीं छोटा राजन की सुरक्षा के लिए भी बाली पुलिस से जरूरी कदम उठाने की गुजारिश की गई है. भारतीय एजेंसियों ने बाली पुलिस को आगाह किया है कि छोटा राजन के बाली जेल में होने की खबर आम हो चुकी है. लिहाजा डी कंपनी के लोग उसपर हमला कर सकते हैं.