खूनी व्यापम घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. अब सीबीआई न सिर्फ इस घोटाले की जांच करेगी बल्कि इस घोटाले से जुड़ी उन 47 मौतों की भी जांच करेगी, जिसने इस घोटाले को अब तक का सबसे बड़ा खूनी घोटाला बना दिया है.
इनमें से एक आजतक के पत्रकार अक्षय सिंह की मौत है. एक बड़ा सवाल यह है कि अक्षय की मौत से जुड़े जिन सवालों का जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दे पाई, क्या विसरा रिपोर्ट उन सवालों का जवाब दे पाएगी? पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ बता नहीं रही और विसरा रिपोर्ट महीने भर से पहले नहीं आनी है. रिपोर्ट आ भी गई तो भी अभी यह कहना मुश्किल है कि विसरा रिपोर्ट सचमुच अक्षय की मौत की पहेली सुलझा देगी. सुनंदा पुष्कर की मौत की वजह विसरा रिपोर्ट पर ही अटकी है.
देश के तमाम टॉप फॉरेंसिंक एक्सपर्ट्स और एफएसएल लैब पहले ही कह चुके हैं कि उनके पास वह सुविधा या तकनीक नहीं है जिससे यह पता लग सकें कि सुनंदा की मौत अगर जहर से हुई तो कौन सा जहर और कितनी मात्रा में दिया गया. उनके हाथ खड़े करने के बाद ही सुनंदा का विसरा जांच के लिए एफबीआई लैब अमेरिका भेजा गया है.
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि अक्षय की विसरा की जांच रिपोर्ट क्या सचमुच मौत की वजह पर रोशनी डाल सकेगी? शक इसलिए उठ रहा है, क्योंकि एम्स जैसे इंस्टीट्यूट ने सुविधा ना होने का हवाला देकर विसरा की जांच से हाथ खड़े कर लिए हैं. इसी के बाद अब विसरा को जांच के लिए रोहिणी के एफएसएल में भेजा गया है. झबुआ के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह तो नहीं बताई, पर मौत के बाद अक्षय के दिल के आकार को सामान्य से बड़ा जरूर बताया. ऐसा क्यों, किस वजह से और किन हालात में हुआ, रिपोर्ट में इसका खुलासा नहीं है.
मौत की सही वजह बतने की जगह डॉक्टरों ने विसरा के दो अलग-अलग जांच करवाने और उसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही फाइनल नतीजे पर पहुंचने की बात कही है. इनमें से एक जांच दिल से संबंधित है. जबकि दूसरी जांच यह पता लगने के लिए है कहीं अक्षय की मौत जहर की वजह से तो नहीं हुई? जहर से जुड़ी जांच को एम्स ने करने से मना कर दिया था. जिसके बाद अब यह जांच रोहिणी फॉरेंसिक लैब में हो रही है.
अब सवाल यह है कि जब अक्षय की मौत की वजह ही पूरी तरह विसरा रिपोर्ट पर टिक गई है तो क्या सचमुच विसरा रिपोर्ट मौत की सही-सही वजह बता पाएगी? यह जानना भी बेहद जरूरी है कि ऐसे कई किस्म के जहर हैं, जिनकी जांच देश के किसी भी लैब में मुम्किन नहीं है. ऐसे मे मान लीजिए कि अगर अक्षय की मौत ऐसे जहर से हुई हो जिसकी जांच अपने देश में मुम्किन ही नहीं तो फिर सच बाहर कैसे आएगा?
एम्स में जारी जांच से यह पता चल सकता है कि क्या सचमुच अक्षय की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई? और क्या अक्षय को पहले से दिल क कोई बीमारी थी? मौत की सही वजह सामने आए इसके लिए दोनों जांच रिपोर्ट का सामने आना जरूरी है. मेडिकल साइंस और खास कर टॉक्सिकोलॉजी यानी जहर विज्ञान की बात करें, तो अक्षय की मौत जिन हालात में हुई उसे शक के दायरे से बाहर नहीं किया जा सकता है.
एकोनाइट, पीली कनेर, सफेद कनेर, डिजिटेलिस परक्यूरा जैसे कई पौधे और वनस्पतियां हैं, जिनका इस्तेमाल खाने पीने में जहर के तौर पर किया जा सकता है. आम तौर पर इसे किसी चीज में मिलाने पर उसे खाने पीने वाले को इसका पता भी नहीं चलता और आधे घंटे से लेकर दो घंटे के दौरान जान चली जाती है. इन जहरों से आम तौर पर हर्ट फेल हो जाता है, मुंह से जाग निकलते हैं और हाथ-पैर अकड़ जाते हैं. अक्षय की मौत भी कुछ ऐसी हुई थी.