सुबह-सुबह योग करने की तैयारियों के बीच एक लड़की देररात घर के ड्राइंगरूम में बैठकर पढ़ाई करती है, लेकिन लेकिन वो और उसके परिवार वाले इस बात से बेखबर थे कि मौत का साया उसके आसपास मंडरा रहा है. रात बीती जब सुबह घरवाले सो कर उठे तो घर में कोहराम मच गया क्योंकि घर की लाडली का घर के अंदर ही कत्ल हो चुका था और किसी को कानोंकान खबर भी नहीं हुई.
देहरादून की कोतवाली पटेल नगर की पाश कॉलोनी पॉम सिटी के विला नंबर 97 में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर केके अरोड़ा के घर सुबह 6 बजे उस वक्त कोहराम मच गया जब उनकी पत्नी ने अपनी 16 साल की बेटी शालू की लाश घर की गैलरी में देखी.
चचेरे भाई ने सोफे पर सोते देखा था...
परिवार के मुताबिक 20 जून की रात शालू योग दिवस मनाने की तैयारी कर रही थी. अगले दिन रविवार था इसलिए परिवार के लोग देर रात तक जागे हुए थे. शालू और उसकी छोटी बहन ड्राइंगरूम में ही बैठ कर पढ़ाई कर रही थी. जब उसकी मां ने उसे सोने के लिए कहा तो शालू ने होमवर्क खत्म करके सोने की बात कही और मां को सोने के लिए भेज दिया. रात करीब 1 बजे उसके चचेरे भाई ने उसे ड्राइंगरूम के सोफे पर सोते हुए देखा और वह भी पानी पीकर सोने चला गया.
21 जून की सुबह जब शालू की मां उसे उठाने के लिए उसके कमरे में गई तो शालू वहां नहीं दिखाई दी. उसकी मां ने उसे जब घर के अंदर ढूंढ़ा तो वह वहां भी नजर नहीं आई. लेकिन जब वह घर की गैलरी में पहुंची तो सन्न रह गई. उन्हें वहां खून मे सनी शालू नजर आई. पास जाकर देखा तो उन्हें मालूम पड़ा कि शालू की मौत हो चुकी है. बेटी की लाश देखते ही मां बेहोश हो कर गिर गई.
जानकारी मिलते ही आसपास के लोग जमा होने लगे और घर में कोहराम मच गया. घरवालों ने फौरन इस वारदात की इत्तिला पुलिस को दे दी. पुलिस टीम भी तुंरत मौका-ए-वारदात पर पहुंच गई. लाश देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि कातिल ने बड़ी ही बेरहमी से शालू का कत्ल किया था.
सिर पर सरिया से वार किया और निकाल ली आखें
हत्यारे ने उसके सिर के पीछे सरिए से वार किया था. उसका सिर फट गया था और हत्यारे मे उसकी दोनों आंखें भी बाहर निकाल दी थीं. पुलिस के मुताबिक, शालू की उसके कातिल के साथ हाथपाई भी हुई थी और उसने कातिल से बचने की कोशिश भी की लेकिन वो कातिल की गिरफ्त से बच नहीं सकी. पुलिस की मानें तो हत्यारे ने शालू पर सरिए ये वार करने से पहले उसके गले में स्कार्फ डाल कर उसका गला घोट कर उसे मारने की भी कोशिश की थी लेकिन जब वो अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सका तो उसने सरिये से शालू के सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
अब सवाल ये उठता है कि आखिर कातिल ने शालू को इतनी बेरहमी से क्यों मारा. आखिर एक 16 साल की लड़की की किसी से ऐसी कौन सी रंजिश थी कि उसका कत्ल हो गया?
पुलिस के मुताबिक, शालू के पिता किशन अरोड़ा मूल रूप से हरिद्वार के रहने वाले हैं, वहां उनकी पहली पत्नी और बच्चे अभी भी रहते हैं जिनसे संबंध खराब होने के बाद वे उनसे कानूनी रूप से अलग हो चुके हैं. मृतका के पूरे परिवार को उन्होंने काफी समय पहले गोद लिया था और उनकी जिंदगी में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था लेकिन बेटी शालू की हत्या ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया.
पड़ोसी युवक पर हत्या का शक
अरोड़ा व उनके परिजनों को शालू की हत्या को लेकर पड़ोस में रहने वाले चंडीगढ़ के एक युवक पर शक है जो पिछले कई दिनों से पॉम सिटी में नजर नहीं आ रहा. रवि राजपूत नाम का ये युवक अक्सर शालू को परेशान करता था. शालू ने उसके तमाम प्रपोजल रिजेक्ट कर दिए थे. परिजनो को शक है कि इसी बात का बदला लेने के लिए उसने शालू को मौत के घाट उतार दिया.
'मेरी बन जा वरना अंजाम बुरा होगा...'
शालू की बहन शालिनी ने बताया, 'वह युवक उसे परेशान करता था. उसे बोलता था वह उससे प्यार करता है. जब उसने मना किया तो वह उसे धमकी भी देने लगा. कई दिनों से वह फोन पर धमकी देता था कि मेरी बन जा वरना अंजाम बुरा होगा.'
अनसुलझे हैं कई सवाल
शालू की मौत क्या एकतरफा प्यार का नतीजा है या फिर कोई पारिवारिक रंजिश ये तो पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन घटनास्थल पर हत्यारे और शालिनी के बीच हुए संघर्ष के बावजूद किसी को कानोकान खबर न होना इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े करता है.