अब तक पांच बार उसने वीडियो जारी किया और फिर पांचों ही बार कैमरे पर सिर कलम कर दिया. पर ऐसा पहली बार है जब आईएसआईएस ने अपने छठे और सबसे ताजा वीडियो में एक साथ दो सिर दिखाए हैं और धमकी दी है कि अगर 72 घंटे के अंदर उसे बीस करोड़ डॉलर यानी लगभग 1200 करोड़ रुपये नहीं मिले तो वो दोनों सिर कलम कर देगा.
इससे पहले आईएसआईएस ने 21 अगस्त 2014 को अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले, 2 सितंबर को ब्रिटिश पत्रकार स्टीवन सॉटलॉफ, 13 सितंबर को ब्रिटिश मानवाधिकार कार्यकर्ता डेविड हेंस, 3 अक्टूबर को ब्रिटिश बंधक ऐलन हैनिंग और 16 नवंबर को यूएस एड कार्यकर्ता पीटर कैसिंग के सिर कलम करने का वीडियो जारी किया. लेकिन इस बार उसके नापाक खंजर के नीचे एक नहीं दो जान हैं. इनमें से एक जापान के जाने-माने फ्रीलांस पत्रकार हैं केंजी गोटो और दूसरे हैं एक प्राइवेट मिलिट्री कॉन्ट्रेक्टिंग कंपनी के मालिक हारुना यूकावा. वीडियो में तस्वीरें ठीक वैसी ही हैं जैसी बाकी के सिर कलम करने से पहले की थीं. नारंगी रंग के उन्हीं कपड़ों में बंधक. हाथ मे खंजर लिए लंबा-चौड़ा वही नकाबपोश और वैसी ही सुनसान रेतीली जगह.
वीडियो में हाथ में चाकू लिए नकाबपोश दोनों जापानी बंधकों को अंग्रेजी में जान से मारने की धमकी दे रहा है. आईएसआईएस का कहना है कि अगर जापान ने उसकी बात नहीं मानी तो ये चाकू जापान का सबसे बुरा सपना बन जाएगा. दरअसल, आईएसआईएस ने जापान को ये धमकी भी दी है कि जापान आईएसआईएस के खिलाफ जंग में शामिल इस्लामी मुल्कों को 200 मिलियन डॉलर की सहायता राशि ना दे. हाल ही जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने खाड़ी के देशों की यात्रा के दौरान ये घोषणा की थी कि जापान मिडिल इस्ट में ढ़ाई अरब डॉलर की गैर-सैन्य मदद करेगा और इस मदद में से 20 करोड़ डॉलर उन देशों को मदद के रुप में दिया जाएगा जो इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ रहे हैं.
कैसे गायब हुए दोनों जापानी नागरिक
केंजी गोटो पिछले साल सीरिया में छिड़ी जंग को कवर करने के लिए वहां गए थे. अक्तूबर 2014 में उन्होंने अपने एक पत्रकार दोस्त को लिखी ई-मेल में इस बात की जानकारी दी थी और उसके कुछ दिन बाद ही वो लापता हो गए थे. दूसरे जापानी बंधक यूकावा को अगस्त 2014 में सीरिया में अगवा किया गया था. उस वक्त वो आईएसआईएस के आतंकवादियों के साथ एक ट्रेन में सवार थे.
आईएसआईएस दुनिया भर में खौफ फैलाने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया का इस्तेमाल शुरू से ही कर रहा है. इसकी मदद से वह नए-नए लड़कों का ब्रेन वॉश करता है और फिर उन्हें अपने साथ जोड़ लेता है. दुनिया के बहुत सारे मुल्कों के लड़के भटक कर सीरिया और इराक तक पहुंच चुके हैं.
ISIS लॉन्च करेगा टीवी चैनल
दुनिया का अमन-चैन छीनने वाले आईएसआईएस के आका अबू बकर अल-बगदादी ने एक नया फैसला किया है. वो आईएसआईएस का अपना खुद का एक टीवी चैनल लॉन्च करने की तैयारी में है. इससे पहले दुनिया ने ईएसआईएस के आतंक की जितनी भी तस्वीरें देखी हैं वो सब किसी दूसरे टीवी चैनल के जरिए देखी हैं. उसने अपने इस टीवी चैनल को नाम रखा है 'द इस्लामिक कैलिफेट ब्रॉडकास्ट'. इतना ही नहीं आईएसआईएस ने अपने इस टीवी चैनल का एक 'प्रोमो' भी जारी किया है ताकि दुनिया को पता चलें कि आईएसआईएस क्या-क्या करनेवाला है.
ये 24 घंटे का पहला ऐसा ऑनलाइन टीवी चैनल होगा जिसे कोई आतंकवादी संगठन चलाएगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों का नया टीवी चैनल KhilafaLive.info नाम की वेबसाइट से प्रसारित होगा. इसका टेस्ट सिग्नल भी शुरू हो चुका है. ट्विटर पर पोस्ट किए गए इसके टेस्ट कार्ड पर KhilafaLive लिखा हुआ है. एक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ये 24x7 ऑनलाइन प्रोपेगैंडा चैनल होगा और इसमें एक ब्रिटिश बंधक जॉन कैंटली से बतौर प्रेजेंटर एक प्रोग्राम पेश करवाया जाएगा. जॉन कैंटली का प्रोग्राम 'टाइम टू रिक्रूट' हर बुधवार की शाम ऑन एयर होगा.
इस टीवी चैनल के अलावा इराक के मोसुल शहर में आईएसआईएस पहले से ही अल-बयान नाम का एक एफएम रेडियो स्टेशन भी चला रहा है. इसमें सिर्फ और सिर्फ इस्लामिक स्टेट का प्रचार किया जाता है. ट्विटर पर आईएसआईएस समर्थकों की ओर से नए टीवी चैनल के लिए मीडिया और टेक्नोलॉजी से जुड़े लोगों की भर्ती की कवायद पूरे जोरशोर से चल रही है. जानकारों की मानें तो आईएसआईएस की खूनी फौज में सिर्फ खतरनाक आतंकवादी ही नहीं हैं बल्कि इंटरनेट, सोश्ल मीडिया, रेडियो और टीवी चैनल की तकनीक की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट भी मौजूद है. जिनकी मदद से वो अब दुनियाभर में अपनी दहशत की तस्वीरें प्रसारित करेगा.
पत्रकारों के लिए गाइडलाइंस
सारिया और इराक में काम कर रहे कई पत्रकारों को मौत के घाट उतारने के बाद अब आईएसआईएस ने सभी पत्रकारों के लिए कुछ गाइडलाइंस बनाए हैं. साथ ही धमकी दी है कि जो भी उनके हिसाब से काम नहीं करेगा वो जान से जाएगा. हलांकि आईएसआईएस के डर की वजह से दुनिया भर के बहुत सारे पत्रकार पहले ही सीरिया और इराक छोड़ चुके हैं. गाइडलाइन के मुताबिक, सभी पत्रकारों को अबू अल बगदादी का साथ देने का वादा करना होगा. वो जो भी काम करेंगे उस पर आईएसआईएस के मीडिया अफसर नजर रखेंगे. पत्रकार सभी अतंर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों के साथ सीधे काम कर सकते हैं, लेकिन वो किसी भी अंतरराष्ट्रीय और लोकल सेटेलाइट टीवी चैनलों के साथ काम नहीं कर सकते. सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के ब्लैकलिस्ट किए हुए टीवी चैनलों जैसे अल-अरेबिया और अल जजीरा के साथ काम करने से मना किया गया है. अखबारों में छपी हर खबर और फोटो के साथ उसके लिखने वाले पत्रकार और फोटोग्राफर का फोटो भी छपेगा.
इतना ही नहीं, पत्रकार आईएसआईएस के मीडिया सेल की अनुमति के बगैर कोई भी खबर ना तो प्रकाशित करवा पाएंगे और ना ही उसे कवर कर पाएंगे. पत्रकार अपना सोशल मीडिया अकाउंट रख सकते हैं, लेकिन उन्हें इस अकाउंट और पेज के बारे में आईएसआईएस को बताना होगा. सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के कब्जे वाले शहरों और इलाकों में किसी भी फोटो को खींचते वक्त इन नियमों का पालन करना होगा. आईएसआईएस के मीडिया अफसर सभी पत्रकारों के काम पर नजर रखेंगे और अगर किसी ने उनके फरमान को मानने में कोताही की तो उसे इस गलती के लिए कसूरवार माना जाएगा.
आईएसआईएस के मुताबिक उसकी जारी की ये सभी गाइडलाइन फाइनल नहीं है और किसी भी वक्त इनमें जरूरी तब्दीली की जा सकती है. आईएसआईएस के कब्जे वाले शहरों और इलाकों में रिपोर्टिंग करने के लिए सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के मीडिया ऑफिस से एक लाइसेंस लेना होगा.
कौन है जिहादी जॉन
आईएसआईएस ने जब भी अपना वीडिया जारी किया है, हर बार नकाब के पीछे हाथों में खंजर लिए एक ही जल्लाद दिखाई देता है. लंबा-चौड़ा ये जल्लाद पहले कैमरे पर अंग्रेजी में कुछ बोलता है और फिर कैमरे के सामने ही सिर कलम केर देता है. उसका नाम है जिहादी जॉन. अपने सिर कलम करने की सनक के चलते दुनिया भर में बदनाम जिहादी जॉन की असलियत तब पहली बार जमाने के सामने आई, जब आईएसआईएस ने बेगुनाहों को मारकर अमेरिका और ब्रिटेन को चेताने के सिलसिले में 21 अगस्त को पहली बार पत्रकार जेम्स फोले का सिर कलम किए जाने का वीडियो जारी किया.
चेहरे पर नकाब लगाए रखने के बावजूद सुरक्षा एजेंसियों ने उसे उसकी आवाज और अंग्रेजी बोलने के अंदाज से पहचान लिया. ये कातिल कभी ब्रिटेन में रहता था और आईएसआईएस में शामिल होने के इरादे से वहां से भाग निकला. बीच में ये भी खबर आई थी कि एक हवाई हमले में जिहाद्दी जॉन बुरी तरह से जख्मी हो गया है और मरने वाला है, लेकिन ताजा वीडियो ने दहशत और आतंक के इस नकाब को फिर से सबके सामने ला दिया है.