उसका नाम सपना है. उसने किसी के साथ जीने-मरने की कसमें खाई थीं. शादी के बंधन में बंधकर हमेशा साथ निभाने का वादा भी किया. उसकी मांग में पति के नाम का सिंदूर था. लेकिन आंखों में किसी और के लिए सपने पल रहे थे. उन्हीं सपनों को साजिश का रंग देकर एक बीवी ने अपना खूनी सपना सच कर दिया.
देश की राजधानी दिल्ली में ये एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री है, जिसके बारे में ना तो मरने वाले शख्स के परिवार को कोई शक था. ना ही पुलिस के पास कातिल का कोई सुराग. उस सनकी आशिक की सिरफिरी महबूबा. एक बेवफा बीवी. एक मोबाइल फोन. इन सबके बीच सामने आ गया खूनी सपना का सच, जिसे सुन हर कोई दंग रह गया.
जी हां, दिल्ली के एक शख़्स का मर्डर हो गया. उसने अपने कातिलों के बारे में आधी-अधूरी गवाही भी दी, लेकिन हत्या करने वालों के बारे में कोई कुछ नहीं जान सका. क्योंकि, ये एक ऐसी वारदात थी, जिसमें कत्ल भी फिल्मी अंदाज में हुआ और फिल्मी अंदाज में ही उस गुनाह से पर्दा भी उठा, जिसने पुलिस को हैरान कर दिया.
दिल्ली के छावला में रहने वाली सपना और उसके आशिक का राज शायद कभी नहीं खुल पाता. लेकिन अचानक उसका मोबाइल बोल उठा. उसके और उसके सिरफिरे आशिक के गुनाहों की गवाही देने लगा. जरा गौर से पढिए, कैसे एक बीवी अपने पति के कत्ल के बाद आशिक से बातें कर रही है.
प्रेमी- हैलो...काम करवा दिया...तेरे पास कौन है?
सपना- कोई नहीं घर में अकेली हूं.
प्रेमी- तूने सब बता दिया?
सपना- क्या बताया मैंने?
प्रेमी- घर वालों ने दबाब दिया तो बता दिया.
सपना- कुछ नहीं बताया अभी तक.
प्रेमी- अरे सब कुछ हो गया. तेरे को भी पता चल जाएगा. हां भर दी तो सब फंसेंगे साथ में तू भी. तेरे ऊपर दबाब है?
सपना- कुछ नहीं हुआ अभी तक मुझे किसी ने थप्पड़ भी नहीं मारा. मेरे ऊपर दबाब नहीं है. अभी ना पुलिस केस हुआ है.
सपना बार-बार अपने आशिक को यकीन दिलाने की कोशिश कर रही थी कि राहुल के कत्ल के बारे में किसी को कुछ नहीं मालूम है. दोनों को इस बात का सुकून था कि मर्डर की साजिश के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चल सका है. इसलिए, दोनों बेफिक्र होकर एक बार फिर मिलने का प्लान बनाने लगे.
प्रेमी- बहादुरगढ़ कब आएगी?
सपना- उसके फूल बहाने के बाद. मेरे से फोन पर तो बात कर लिया कर.
प्रेमी- एक फोन से ज्यादा नहीं कर सकता.
सपना- अभी कुछ नहीं हुआ है. तुम्हे जलाने की क्या जरूर थी. ऐसे मारते पता भी ना चलता. बेचारा तड़प तड़प के ना मरता. जला क्यों दिया.
प्रेमी- मार तो दिया लेकिन उसकी किस्मत तेज थी.
सपना- फिर छोड़ देते.
प्रेमी- मर तो गया काम तो कर दिया मारा तो ऐसी जगह था कंझावला.
सपना- इतनी बुरी हालात में क्यों मारा छोड़ देते. जगह कहां थी जो मारा.
प्रेमी- रहने दो. क्या करना है? क्यों पूछ रही हो?
सपना- कंझावला में क्यों मारा. हरियाणा या दिल्ली पुलिस पकड़ती तो? ये दिल्ली का एरिया है. हमे सब पता है.
प्रेमी- तूने खाना खाया.
सपना- हां, खा लिया.
प्रेमी- आने के बाद मिलना.
सपना- इसके फूल बहाने के बाद आया जाएगा.
सपना ने अपने आशिक विक्की से वादा किया कि वो उससे मिलने जल्द आएगी, लेकिन उसे नहीं मालूम था कि उसने जो कुछ भी कहा और किया है, वो दुनिया के सामने आने वाला है. उसका आशिक भी सोच रहा था कि जल्द ही सपना से उसकी मुलाकात होगी. लेकिन हत्या की साजिश रचने वाले खुद ही जाल में फंस गए.
सपना के पति राहुल के पास अच्छी नौकरी नहीं थी. इसलिए उसने पति को नौकरी के लिए दो लोगों से मिलने भेजा. राहुल ने सपना की बातों पर यकीन किया. उसके बताए हुए लोगों के पास मिलने पहुंचा. उसके बाद 24 घंटे तक उसका कुछ पता नहीं चला. दूसरे दिन वो अधमरी हालत में मिला, लेकिन अपने कातिलों के बारे में गवाही भी नहीं दे सका.
सपना और राहुल की शादी को तीन साल हो चुके थे. फिर भी सपना की आंखों में किसी और की बीवी बनने का सपना पल रहा था. इसीलिए उसने शादी के बाद भी अपने प्रेमी विक्की से मिलना-जुलना जारी रखा. लेकिन एक दिन उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ऐसी साज़िश रची, जिसके बाद राहुल को हमेशा के लिए रास्ते से हटा दिया.
10 जुलाई की सुबह सपना ने अपने आशिक विक्की को फोन करके छावला में बस स्टैंड पर बुलाया. उसने पति राहुल से कहा कि उसकी पहचान के दो लोग नौकरी दिला देंगे. सपना के कहने पर राहुल बस स्टैंड पर गया. वहां बाइक पर विक्की और विकास उसे अपने साथ ले गए. दोनों ने मिलकर कंझावला के सावदा गांव के जंगलों में राहुल को जिंदा जला दिया.
सपना- हैलो
प्रेमी- फोन क्यों काटा था? जो तेरे पास बैठा है. उससे बात करा.
सपना- कोई नहीं हैं मेरे पास. अकेली हूं कमरे में. कूलर की आवाज सुनाऊं?
प्रेमी- बात करा जो तेरे पास हैं.
सपना- कोई आदमी नहीं हैं मेरे पास. क्यों पागल हो रखा है?
प्रेमी- औरों को भी मरवाएगी?
सपना- मेरे पास कोई नहीं.
प्रेमी- पूरा काम हो गया है. अब सबको खबर लग गई है.
सपना- अभी कुछ नहीं हुआ है. सारी बात झूठ है. मेरे ऊपर कोई पुलिस का दबाव नहीं.
प्रेमी- अच्छा.
सपना का राज कभी ना खुलता यदि वो राहुल के कत्ल के बाद फोन पर हंसकर बातें ना करती. राहुल के परिवार वालों ने सपना के मोबाइल का रिकॉर्डर ऑन कर दिया. इसके बाद सपना और उसके आशिक विक्की के गुनाहों का राज सामने आ गया. इस तरह राहुल की जिंदगी में सपना बीवी नहीं बल्कि मौत बनकर आई.