गैंगरेप पीड़ित 23 वर्षीय छात्रा के नाम पर कानून बनाए जाने से उसके परिवार को कोई दिक्कत नहीं है. शशि थरूर द्वारा इस बात को उठाए जाने के बाद कई लोगों ने इसका समर्थन किया है. अब गैंगरेप का शिकार हुई लड़की के परिवार ने भी कह दिया है कि उन्हें इस बात से ऐतराज नहीं है.