जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी AI के एडवांस वर्जन आते जा रहे है, वैसे- वैसे साइबर क्राइम की दुनिया में अपराधों को अंजाम देने का तरीका भी बदल रहा है. इसे लेकर अब एक्सपर्ट भी चिंता जाहिर करने लगे हैं. दिल्ली के साइबर एक्सपर्ट साक्षर दुबे ने इससे निपटने के तरीकों के बारे में बताया.
उन्होंने कहा कि AI को वैसे तो लोगों का मदद के लिए विकसित किया जा रहा है, लेकिन इसका दुरुपयोग क्राइम में ज्यादा हो रहा है. Chat GPT चैट बोट के आने के बाद इसे साइबर की दुनिया में एक नया मोड़ माना जा रहा था कि चैट GPTआने के बाद काम करने का तरीका बहुत आसान हो जाएगा.
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कुछ भी जो आप सोच रहे हैं, उसे चुटकी बजाकर चैट जीपीटी की मदद से कुछ चंद सेकंड में कर सकते हैं. इसी बात का फायदा साइबर क्राइम की दुनिया के अपराधी उठा रहे हैं. लिहाजा, लोगों को जागरुक रहने की जरूरत है. आप AI की दुनिया में होने वाले डेवलपमेंट के बारे में जितनी जानकारी रखेंगे, उतना ही धोखेबाजी से बच सकेंगे.
नई टेक्नोलॉजी को समझने में समय लगता है
साक्षर ने बताया कि जब भी कोई नई टेक्नोलॉजी बाजार में आती है, तो उसे समझने में कुछ समय लगता है. जैसे जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नए-नए आते थे, तो उन्हें समझने में लोगों को समय लगा. चार या पांच साल बाद लोग उसका इस्तेमाल करने लगे और आज सभी लोग इसे समझने लगे.
बहुत तेजी से बदल रहा है AI, जानकारी ही बचाएगी
मगर, AI बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, हर रोज उसमें कुछ न कुछ नया होता जा रहा है. इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है कि लोगों को इसके बारे में जानकारी रखनी चाहिए. साइबर क्राइम एजेंसीज को भी पता करना चाहिए कि किस एआई के इस्तेमाल में क्या कमियां हैं. कुछ न कुछ कमी हर चीज में होती है, उसी लूप होल का पता करके वे क्राइम को होने से रोक सकते हैं या होने के बाद उससे सुराग हासिल कर सकते हैं.
कहीं बम की अफवाह, तो कहीं आवाज बदलकर किडनैपिंग
चाइना में एक इंसान ने चैट जीपीटी की मदद से ट्रेन ब्लास्ट की फेक न्यूज फैलाई, जिससे वहां हड़कंप मच गया. इस फेक न्यूज की वजह से लोग रेलवे स्टेशन की तरफ भागने लगे. वहीं कुछ लोग पुलिस को फोन करने लगे और अपने परिजनों के बारे में पूछताछ करने लगे.
पुलिस को स्थिति नियंत्रण करने के लिए न्यूज में सफाई देनी पड़ी कि यह फेक न्यूज थी. वहीं, दूसरी घटना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आवाज बदलकर, लड़की की आवाज निकालकर एक किडनैपिंग को अंजाम दिया गया. हालांकि, बाद में पुलिस ने अपराधी को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान अपराधी ने बताया कि एआई की मदद से उसने पूरी घटना को अंजाम दिया गया.