क्या आपने कभी सोचा है कि आपका फोन आपकी जासूसी कर सकता है? आपकी हर बात दूर बैठे किसी शख्स तक पहुंचा सकता है? और आपके निजी ज़िंदगी के हर राज़ भरे बाज़ार में बेच सकता है. ये बातें ज़रा अजीब लगती हैं. लेकिन महज एक सॉफ्टवेयर की बदौलत अब ये सब मुमकिन है.
एक पासवर्ड बना देगा फोन को जासूस
आपकी जासूसी की इच्छा रखनेवाला शख्स अगर चुपके से एक पासवर्ड आपके फोन में डाल देगा तो ऐसा करते ही आपका फ़ोन आपका होते हुए भी आपका नहीं रहेगा. वो जासूसी में लगे शख्स के इशारे पर हर वो काम करेगा, जिसके बारे में आप ख्वाबों में भी नहीं सोच सकते.
आपकी हर बात करेगा लीक
इस तकनीक की मदद से आपकी जासूसी करने वाले को आपके टेक्स्ट मैसेज़ भी मिलेंगे. आपकी प्राइवेट तस्वीरें उस शख्स को दिखाई देंगी. आपका हर फ़ोन कॉल उसे सुनाई देगी. और तो और जब आपका फ़ोन बंद होगा, तब भी वो आपके फ़ोन के पास होने वाली हर बातचीत को सामने वाले तक पहुंचा देगा. और वो भी बिल्कुल लाइव. फिर चाहे आपकी जासूसी करने वाला शख्स आपसे हज़ारों किलोमीटर दूर ही क्यों ना बैठा हो.
जासूसी के लिए इस्तेमाल
यह टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल का वो बाइप्रोडक्ट है, जिससे बचना मुश्किल है. लोगों की निजी जिंदगी में ज़रूरत से ज़्यादा दखलंदाजी शुरू हो गई है. और जासूसी का यह नया सॉफ्टवेयर इसी बात का सुबूत है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आख़िर ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कौन करता है और क्यों?
कौन रहा है इस तकनीक का इस्तेमाल
इस सवाल के जवाब का दायरा बहुत बड़ा हो सकता है. वो आपका दुश्मन भी हो सकता है, आपका पार्टनर भी और आपका वेलविशर भी. गलाकाट रेस के इस दौर में कॉरपोरेट जगत के लिए तो यह जैसे वरदान साबित हुआ है. वहीं ऐसे लोग भी हैं, जो अपने परिवार और बच्चों के भले के लिए उन पर नज़र रखते हैं और उनके मोबाइल में यह सॉफ्टवेयर इंस्टाल करा देते हैं. जिससे उन्हें सामने वाले की हर गतिविधि की पल पल की जानकारी मिलती रहती है.
मोबाइल यूजर को नहीं लगती भनक
जानकारों का कहना है कि मार्केट में ऐसी कई कंपनियां हैं, जो कि इस तरह के सॉफ्टवेयर और सर्विस देती हैं. और सबसे दिलचस्प तो यह है कि ये सॉफ्टवेयर जिस मोबाइल में इंस्टाल होता है, उसे इस्तेमाल करने वाले को अपने फ़ोन में यह दूर-दूर तक कहीं नहीं दिखाई देता. तो रहिए होशियार. कहीं कोई ऐसा तो नहीं जो आपका पीछा कर रहा हो.