scorecardresearch
 

CJI रमणा का फर्जी ट्विटर हैंडल बना, मुख्य न्यायाधीश ने दर्ज कराई शिकायत

आंध्र प्रदेश में 27 अगस्त, 1957 को कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में किसान परिवार में पैदा हुए नातुलापति वेंकट रमणा ने विज्ञान और कानून में स्नातक की उपाधि हासिल की.

Advertisement
X
CJI रमणा का फर्जी ट्विटर हैंडल बना (फाइल फोटो)
CJI रमणा का फर्जी ट्विटर हैंडल बना (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 48वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर ली थी शपथ
  • फर्जी ट्विटर हैंडल मामले में की शिकायत

जस्टिस नुतालपति वेंकट रमणा ने दो दिन पहले ही भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी कि उनका फर्जी ट्विटर हैंडल बन गया. CJI ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. आंध्र प्रदेश में 27 अगस्त, 1957 को कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में किसान परिवार में पैदा हुए नातुलापति वेंकट रमणा ने विज्ञान और कानून में स्नातक की उपाधि हासिल की. इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, केंद्रीय प्रशासनिक ट्राइब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की. रमणा ने 10 फरवरी 1983 को वकील के रूप में न्यायिक करियर शुरू किया. 

Advertisement

27 जून 2000 को वो आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए. उन्होंने 10 मार्च 2013 से 20 मई 2013 तक आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम किया. न्यायाधीश रमणा को दो सितंबर 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत किया गया.

17 फरवरी 2014 को वो दिल्ली हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए. यहां वो कई चर्चित और अहम मुकदमों की सुनवाई करने वाली पीठ की अगुआई की या फिर पीठ के सदस्य रहे. इनमें इंटरनेट के जरिए सूचना पाने के अधिकार को मौलिक अधिकारों के दर्ज में शामिल करना अहम है.

 

Advertisement
Advertisement