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'Hello मैं KBC से बोल रहा हूं...', और इस तरह लाखों लुट गए, फ्रॉड से ऐसे बचें!

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. यहां 'कौन बनेगा करोड़पति' के नाम पर लकी ड्रॉ निकलने का लालच देकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की बात सामने आई है. बदलती तकनीक के साथ अपराधी भी अपडेट हो रहे हैं. जालसाली के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया गया है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया गया है.

ठगी, जालसाली और साइबर अपराध की चर्चा जामताड़ा के बगैर अधूरी है. झारखंड और बंगाल की सीमा पर बसे इस जिले को साइबर फ्रॉड का जनक कहा जा सकता है. आज ठगी के जितने तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं, उनमें ज्यादातर का इजाद जामताड़ा ने ही किया है. यहां के साइबर अपराध को समझना हो तो नेटफ्लिक्स पर मौजूद 'जामताड़ा- सबका नंबर आएगा' वेब सीरीज के दोनों सीजन को देखा जा सकता है. पिछले पांच वर्षों में हजारों लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लग चुका है. अब साइबर ठगी का ये जाल पूरे देश में फैल चुका है. ताजा मामला जामताड़ा से 790 किलोमीटर दूर लखनऊ में सामने आया है. यहां एक पुलिस ने एक गिरोह के सरगना को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. 
 
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ एसटीएफ की गिरफ्त में आया ठग कौन बनेगा करोड़पति, लकी ड्रॉ, लॉटरी लगने और खजाना जीतने जैसी स्कीम का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था. व्हाट्सऐप मैसेज करके या कॉल करके लोगों से कहता कि केबीसी लकी ड्रॉ में उनका नाम आ गया है. किसी से कहता कि उनकी लॉटरी लग गई है. इसमें लोगों से मोटी रकम जीतने का लालच देकर वो सुविधा शुल्क के नाम पर पैसों की डिमांड करता. लोग उसकी जाल में फंस जाते. ज्यादा पैसे पाने की लालच में मांगी गई रकम दे देते थे. इस तरह उसकी गिरफ्त में फंस जाते थे. आरोपी ने लखनऊ और आसपास के इलकों में कई लोगों से ठगी की है. इसकी शिकायत संबंधित थानों में दर्ज है.

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लगातार ठगी की शिकायत मिलने पर लखनऊ एसटीएफ ने इस मामले की जांच शुरू कर दी. इसी बीच पुलिस के मुखबिर सूचना दी कि आरोपी ठग बाराबंकी के शालीमार मन्नत अपार्टमेंट में मौजूद है. पुलिस टीम ने तुरंत छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसका नाम मोहम्मद नियाज बताया जा रहा है. उसके पास से 11 मोबाइल, 4 एटीएम, 12 एक्टिवेटेड सिम, 2 पासबुक, 28 व्हाटसप स्नैप शॉट मिले हैं. देखा जाए तो ठगी का ये कोई नया तरीका नहीं है. लंबे समय से केबीसी के नाम पर लोगों से लूट हो रही है. इसके लिए तरीके नए-नए जरूर अपनाए जाते हैं, ताकि लोगों को भरोसा हो जाए कि वो ठगी का शिकार नहीं हो रहे हैं. लेकिन हर बार की तरह उनके साथ धोखा होता है.

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अमिताभ बच्चन की अपील के बाद भी ठगी

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'कौन बनेगा करोड़पति' जैसे मशहूर क्वीज रियलिटी शो के नाम पर हो रही ठगी का संज्ञान उसके होस्ट अमिताभ बच्चन ने भी लिया है. उन्होंने केबीसी के 15वें सीजन में लोगों का आगाह करते हुए कहा कि इस शो में एंट्री केवल नॉलेज के आधार पर होती है. ऐसे में लोग स्कैम कॉल पर ध्यान ना दें. शो में हिस्सा लेने के लिए उपयुक्त तरीकों का इस्तेमाल करें. उन्होंने एक एपिसोड में कहा, ''अफवाहों पर ध्यान न दें. शो का हिस्सा बनने के लिए कंटेस्टेंट को टेस्ट पड़ता है. फिर नॉलेज के हिसाब से ही उनका सिलेक्शन किया जाता है.'' दरअसल, एक एपिसोड में वेस्ट बंगाल के मंडल कुमार ने हिस्सा लिया था. उन्होंने बताया था कि केबीसी का हिस्सा बनने की चाहत में लोग स्कैम कॉल का शिकार हो रहे हैं.

आखिर लोग ठगी का शिकार क्यों हो रहे हैं?

सबसे बड़ा सवाल कि ठगी की इतनी खबरें सुनने के बाद भी लोग इसका शिकार क्यों हो रहे हैं? दरअसल, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लालच है. यह जानते हुए भी कि लालच का फल बुरा होता है, लोग इसके वशीभूत हो जाते हैं. उसके पीछे की वजह ये है कि आजकल ज्यादातर लोग बिना मेहनत के पैसे कमाना चाहते हैं. उनको लगता है कि लकी ड्रॉ और लॉटरी जैसी चीजें उनकी किस्मत बदल सकती हैं. बस इसी चक्कर में लोग जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं. इसके बाद अपनी जमा पूंजी भी गवां बैठते हैं. इसके अलावा नई तकनीक के बारे में कम जानकारी भी धोखाधड़ी का एक कारण है. कई लोग तो यूपीआई और पेटीएम का सही इस्तेमाल भी नहीं जानते, फिर करते हैं और ठगे जाते हैं.

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साइबर फ्रॉड के इतने तरीके, कई तो नए हैं

लॉटरी और लकी ड्रॉ के नाम पर ठगी की बात अब पुरानी होती जा रही है. बदलती तकनीक के साथ अपराधी भी अपडेट हो रहे हैं. एडवांस होते जा रहे हैं. जालसाली के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. खासकर साइबर फ्रॉड, जिसके जरिए लोगों से लाखों रुपए का चुना लगाया जा रहा है. आइए इनके बारे में जानते हैं...

1. पतंजलि जैसे संस्थानों के नाम पर...

पतंजलि देश का प्रतिष्ठित संस्थान हैं. यहां के आयुर्वेद संस्थान पूरी दुनिया में मशहूर हैं, जहां कैंसर जैसी असाध्य बीमारियों के इलाज का दावा किया जाता है. ऐसे में कुछ लोग इसके नाम पर सोशल मीडिया प्रोफाइल और वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. लोग जब हरिद्वार पहुंचते हैं, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी के बारे में पता चलता है.

2. CISF और आर्मी के नाम पर...

सोशल मीडिया पर अक्सर इस तरह के विज्ञापन दिख जाते हैं, जिसमें लिखा होता है कि कोई सीआईएसएफ या आर्मी का अफसर अपने सारे सामान बेंच रहा है, क्योंकि उसका ट्रांसफर हो रहा है. लोग भरोसे और सस्ते सामान के लालच में फंस जाते हैं. ऐसे लोगों से सामान भेजने के नाम पर पैसे ले लिए जाते हैं. सभी फर्जी होता है.

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3. वीडियो लाइक्स के नाम पर...

व्हाट्सऐप पर ज्यादातर ऐसे मैसेज आते हैं कि यूट्यूब वीडियो के लाइक्स बढ़ाने के लिए यूजर्स की जरूरत है. एक दिन में क्लिक किए गए हर लिंक पर रकम देने की बात कही जाती है. कुछ समय की लागत में मोटी रकम पाने के लालच में लोग फंस जाते हैं. उनके द्वारा दिए गए लिंक को क्लिक करते ही अकाउंट से पैसे साफ हो जाते हैं.

4. न्यूड वीडियो कॉल्स के जरिए...

ठगी का ये तरीका अब पुराना होता जा रहा है, लेकिन अब भी कई लोगों के व्हॉट्सऐप पर अचानक वीडियो कॉल आने लगती है. कुछ लोग उसे उठा लेते हैं. सामने न्यूड लड़की दिखती है. कुछ ही देर में कॉल कट जाती है. उसके बाद मॉर्फ करके एक वीडियो भेज दिया जाता है. इसके जरिए लोगों को ब्लैकमेल किया जाता है.

5. बिजली बिल के नाम पर...

कई लोगों को व्हाट्सऐप पर अनजान नंबरों से मैसेज मिल रहे हैं. इसमें कहा जा रहा है कि यदि वे तुरंत एक निश्चित नंबर पर कॉल नहीं करते हैं तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. कुछ लोग इन नंबरों पर कॉल कर देते हैं. इसके बाद उनके हजारों रुपए अकाउंट से साफ हो जाते हैं. 

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साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके क्या हैं?

- अनजान मेल, टेक्स्ट, नोटिफिकेशन या लिंक मत खोलें. फिशिंग, हैकिंग, साइबर फ्रॉड की कोशिश हो सकती है. 

- किसी से भी ओटीपी भूल कर भी शेयर न करें.

- यूपीआई का इस्तेमाल करने के लिए अलग बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करें. उसमें सीमित धन रखें.

- इसी तरह ऑनलाइन शॉपिंग के लिए अलग बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करें.

- व्हाट्सऐप पर मिलने वाले किसी भी अनजान और लुभावने मैसेज का जवाब मत दें. तुरंत डिलीट कर दें.

- कोशिश करें कि बैंक लेनदेन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल नंबर अलग रहे.

- चैटिंग और डेटिंग के कई ऑफर आते हैं, इस पर बिल्कुल ध्यान न दें.

- याद रखें लालच देने वाली हर लुभावनी चीज खतरनाक होती है.

- साइबर फ्रॉड होने के बाद 1930 नंबर पर कॉल करके विस्तृत जानकारी दें.

- www.cybercrime.gov.in लिंक पर जाकर भी अपनी शिकायत रजिस्टर करा सकते हैं. 

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