दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले में एक महिला के खाते से शातिर साइबर ठग ने 75 हजार रुपए साफ कर दिए. महिला ने मोबाइल पर आई एक लिंक पर अपने बैंक खाते की पूरी डिटेल भर दी थी जिसके बाद ठगों ने उसके अकाउंट में सेंध लगा दी. शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने तीन महीने तक छानबीन की, तब जाकर आरोपी गिरफ्त में आ सका. फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है.
साइबर सेल को राखी नाम की एक महिला ने शिकायत दी कि उनके एकाउंट से किसी ने 75 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए. जब पुलिस ने जांच शुरू कि तो पता लगा कि महिला ने एक लिंक के अंदर अपने बैंक एकाउंट का डिटेल डाली थी ताकि वह महज 5 रुपये की पेमेंट कर सके. राखी ने 5 रुपये का पेमेंट किया भी, लेकिन उसे नहीं पता था कि जिस लिंक में उसने अपने बैंक की डिटेल डालकर 5 रुपये की पेमेंट की है, दरअसल वह एक ठगों का बिछाया हुआ जाल था.
जाल में फंसाई महिला
महिला ने शिकायत में लिखा था कि 10 अगस्त को उसने लुधियाना से कुछ कपड़े आर्डर किए थे, जो कुरियर के जरिये आने थे. लेकिन डिलीवरी में देरी हो गई. कुरियर को ट्रैक करने के लिए महिला गूगल पर गई, जहां उसे उसी कुरियर के नाम का एक पेज मिला. जबकि यह एक फिशिंग वेबसाइट थी, जो साइबर ठगों ने लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए बनाई थी. इस फिशिंग वेबसाइट पर जाकर महिला ने अपने सारे डिटेल भर दिए. जिसके बाद महिला और उसके पति के पास ठगों ने कुरियर एजेंसी का कर्मचारी बनकर फ़ोन किया और कहा कि उनके कुरियर में कुछ टेक्निकल समस्या आ गई है जिसके लिए उन्हें सिर्फ 5 रुपये का भुगतान करना होगा.
एक क्लिक और पैसा साफ
महिला 5 रुपये देने के लिए तैयार हो गई जिसके बाद ठगों ने महिला को एक लिंक भेजा, और जैसे ही उस लिंक में 5 रुपये देने के लिए राखी ने अपने बैंक एकाउंट की डिटेल डाली, उसके एकाउंट का मिरर कंट्रोल दूसरी तरफ ठगों को मिल गया और उन्होंने महिला के एकाउंट से तुरंत 75 हजार रुपये निकाल लिए.
ठगी की रकम से खरीदे गए 2 मोबाइल फ़ोन
जांच के दौरान पुलिस उस बैंक एकाउंट तक पहुंची, जहां पर सबसे पहले पैसा ट्रांसफर होकर पहुंचा था. इसके बाद बैंक से पैसा अलग-अलग गेटवे और वॉलेट से होते हुए कई जगह ट्रांसफर हुआ था. फिर एक ऑनलाइन वेबसाइट से 2 मोबाइल फ़ोन भी इस पैसे से खरीदे गए थे. दोनों मोबाइल फ़ोन गुजरात के सूरत में डिलीवर हुए थे. इसके अलावा, एक बैंक के क्रेडिट कार्ड का बिल भी पेमेंट किया गया था.
पुलिस ने आरोपी को दबोचा
इन सभी सुरागों का पीछा करती हुई पुलिस ने कई फ़ोन के सीडीआर को भी खंगाला और फिर पुलिस ने दिल्ली के शाहदरा इलाके में रहने वाले झारखंड के अजीत कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया.अजीत अभी 20 साल का भी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उसके ठगी करने के तरीके ने दिल्ली पुलिस को भी परेशान कर दिया. और यही वजह है कि पुलिस को इस तक पहुंचने में 3 महीने से ज्यादा का वक़्त लगा गया.
रिश्तेदार भी शामिल
पुलिस के मुताबिक, इस पूरे गोरखधंधे में आरोपी अजीत का एक रिश्तेदार भी शामिल है. इस केस की जांच अभी जारी है, इस मामले में और भी लोगों के गिरफ्तार होने की भी संभावना है.