डेटिंग ऐप (Dating App) के जरिए दोस्ती, फिर प्रेम जाल में फंसाकर लिव-इन पार्टनर बनना. रिलेशन में रहते हुए प्रेमी द्वारा प्रेमिका का कत्ल करने का मामला (श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड) कोई पहली बार नहीं है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें डेटिंग ऐप और वेबसाइट के जरिए दोस्ती कर संगीन अपराध किए गए हैं. ऐसा ही मिलता-जुलता मामला साल 2018 में राजस्थान के जयपुर से भी सामने आया था, जिसमें पहले युवक को अपनी खूबसूरती के जाल में फंसाया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई.
इस वारदात को अंजाम दिया था प्रिया सेठ (Priya Seth) नाम की युवती ने. प्रिया अपनी खूबसूरती के जाल में अमीर लोगों को फंसाकर ब्लैकमेलिंग का काम करती थी. पुलिस के मुताबिक, प्रिया सेठ पर 100 से अधिक लोगों को अपने रूपजाल में फंसाकर लूटने का आरोप था. प्रिया सेठ पर ब्लैकमेलिंग, लूट, वेश्यावृत्ति और हत्या के ढेरों केस दर्ज थे. इन्हीं में से एक केस था दुष्यंत शर्मा मर्डर केस. इसी केस के कारण प्रिया के काले कारनामे सबके सामने आ पाए थे.
दरअसल, मई 2018 में जयपुर के दुष्यंत शर्मा मर्डर केस की मास्टरमाइंड प्रिया सेठ ही थी. प्रिया सेठ ने बॉयफ्रेंड दीक्षांत का कर्जा चुकाने के लिए दुष्यंत को अपने प्रेम जाल में फंसाया था. फिर उसका अपहरण किया और बेरहमी से दुष्यंत को मार डाला. प्रिया का प्रेमी दीक्षांत मुंबई के एक रईस परिवार से है जो घटना के कुछ अरसे पहले ही शातिर प्रिया सेठ के संपर्क में आया था. वो भी इस हत्याकांड में शामिल था. एक अन्य युवक ने भी इस हत्याकांड में दोनों का साथ दिया था.
टिंडर पर हुई मुलाकात
पुलिस पूछताछ में प्रिया ने बताया था कि टिंडर ऐप (Tinder App) पर दोस्ती के बाद मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ तो दोस्ती प्रेम में बदल गई. किसी खतरे से अंजान दुष्यंत प्रिया के जाल में फंसता जा रहा था. इस बीच दुष्यंत के साथ प्रिया ने कई बार शारीरिक संबंध बनाए और उसका अश्लील वीडियो बना लिया. इस अश्लील वीडियो के जरिए फिर प्रिया ने ब्लैकमेल कर दुष्यंत से पैसे उगाहने शुरू कर दिए. लेकिन प्रिया के पैसों की भूख बढ़ती जा रही थी.
फिरौती में मांगे 3 लाख रुपये
फिर एक दिन मई 2018 में प्रिया सेठ ने दुष्यंत को मिलने बुलाया और अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसे अगवा कर लिया. प्रिया सेठ ने दुष्यंत के फोन से ही उसके परिजनों से दुष्यंत की बात करवाई और फिरौती के रूप में 3 लाख रुपये मांगे. दुष्यंत के परिजनों ने बताए गए बैंक खाते में 3 तीन लाख रुपए डाल भी दिए. प्रिया सेठ ने उस बैंक खाते से एटीएम के जरिए 20 हजार रुपये भी निकाले. लेकिन पकड़े जाने के डर से प्रिया सेठ ने अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्यंत की निर्ममता से हत्या कर दी. उन्होंने दुष्यंत का शव बाकायदा एक ट्रॉली बैग में डाला और सुनसान स्थान पर फेंक दिया.
इस तरह पकड़ी गई प्रिया सेठ
दुष्यंत के परिजनों ने झोटवाडा पुलिस से दुष्यंत के अपहरण और फिरौती मांगे जाने का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने कॉल डिटेल व अन्य तकनीकी सहायता से प्रिया, उसके प्रेमी और एक अन्य आरोपी को शहर छोड़कर भागने से पहले धर दबोचा. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कुबूल कर ली.