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दिल्लीः मैसेज में आए अनजान लिंक को किया ओपन, तो खाते से साफ हो सकती है रकम

एक एडवोकेट ने मालवीय नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके मोबाइल पर एक लिंक आया था. जिसे देखकर उन्हें लगा कि जो पॉइंटस हैं, वो इस्तेमाल में आ जाएंगे. लेकिन जब उन्होंने उसे खोला तो उसके थोड़ी देर बाद ही उनके एकाउंट से 1 लाख रुपये गायब हो गए.

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पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है
पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीके निकालते हैं अपराधी
  • फर्जी दस्तावेजों के जरिए खोले जा रहे हैं ईवॉलेट
  • पुलिस ने किया ऐसे ही शातिरों का पर्दाफाश

दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो कई लोगों को ऑनलाइन ठगी से चूना लगा चुका है. आरोपी ठग लोगों के मोबाइल पर मैसेज भेजता था कि आप अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड के पॉइंटन्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस मैसेज के साथ वो एक लिंक भेजता था. जैसे ही सामने वाले उस लिंक पर क्लिक करता और अपनी डिटेल भरता. तो उसके ईवॉलेट से पैसे गायब हो जाते थे.

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दक्षिणी दिल्ली की साइबर पुलिस टीम ने इस शातिर को गिरफ्तार किया है. दरअसल, पिछले हफ्ते एक एडवोकेट ने मालवीय नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके मोबाइल पर एक लिंक आया था. जिसे देखकर उन्हें लगा कि जो पॉइंटस हैं, वो इस्तेमाल में आ जाएंगे. लेकिन जब उन्होंने उसे खोला तो उसके थोड़ी देर बाद ही उनके एकाउंट से 1 लाख रुपये गायब हो गए.

पुलिस ने इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस को पता लगा कि पैसे पहले एक ईवॉलेट में गए. फिर वहां से ट्रांसफर होकर एक बड़े इलेक्ट्रॉनिक शोरूम के गिफ्ट वाउचर में बदल गए. पुलिस ने जब अकाउंट नंबर की डिटेल निकाली तो पता चला कि वो फर्जी दस्तावेजों के सहारे खोला गया था. उसी से ईवॉलेट भी जुड़ा हुआ था.

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फिर पुलिस ने शोरूम में बात की और गिफ्ट वाउचर की डिटेल देकर जानकारी हासिल की. पुलिस को पता चला कि वो वाउचर अभी इस्तेमाल नहीं हुआ है. इसके बाद पुलिस ने शोरूम के मैनेजर से कहा कि अगर कोई उस वाउचर के बदले कुछ खरीदने आए तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए.

पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली कि कुणाल उर्फ विशाल नामक शख्स के ईमेल आईडी से गिफ्ट वाउचर लिंक है. 28 फरवरी को शो रूम में 21 साल का तुषार त्यागी पहुंचा और पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस के मुताबिक तुषार ने कबूल किया कि वो इस गोरखधंधे में शामिल था.

तुषार ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वो पब जी गेम खेलता था. उसी के चलते उसकी दोस्ती शुभम नाम के लड़के से हुई थी. शुभम ने उसे कहा कि वो ऑनलाइन ठगी में महारत रखता है. इसी के बाद वो भी उसके साथ जुड़ गया. शुभम इतना शातिर था कि वो तुषार को वीओआईपी कॉल किया करता था. अब पुलिस शुभम की तलाश में जुटी गई है. 

पुलिस के मुताबिक शुभम इस काम के लिए तुषार को 20 प्रतिशत कमीशन दिया करता था. पुलिस ने तुषार के पास से 9 आईफोन, 2 वन प्लस और तीन सैमसंग मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
 

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