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OYO Rooms के नाम पर फर्जी बुकिंग करने वाली गैंग का पर्दाफाश, नोएडा में दबोचे गए आरोपी

OYO Rooms booking fraud: साइबर ठगों ने एक सॉफ्टवेयर बनाकर OYO का डाटा चुराना शुरू कर दिया, फिर इस डाटा को Oyo Manage Payment App Link से जोड़कर कस्टमर की डिटेल्स प्राप्त कर लेते थे.

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OYO Hotel फर्जीवाड़े में शामिल आरोपी.
OYO Hotel फर्जीवाड़े में शामिल आरोपी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • BCA ग्रेजुएट रवि शर्मा है पूरे रैकेट का सरगना
  • Noida सेक्टर-62 से पांचों आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर पुलिस ने ओयो होटल (OYO Hotel) की बुकिंग के नाम पर पूरे देश में साइबर फ्रॉड करने वाली बड़ी गैंग का पर्दाफाश किया है. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से दो लैपटॉप एक डेस्कटॉप, 10 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पेनड्राइव और 17 सिम कार्ड बरामद हुए हैं.

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पुलिस ने बताया, आरोपी रवि शर्मा ने निम्स यूनिवर्सिटी जयपुर (NIMS University Jaipur) से BCA करने के बाद नोएडा के सेक्टर-60 स्थित एनर्जाइजर कंपनी में 2-3 साल से नौकरी शुरू की, यहां वह एक ओयो कॉल सेंटर (OYO Call Center) में टीम लीडर के पद पर कार्यरत था. प्रशिक्षित होने के बाद उसने ओयो कॉल सेंटर में काम करने वाले रोहित चौधरी के साथ मिलकर कंपनी का आईडी और पासवर्ड चुरा लिया. दोनों साल पहले एनर्जाइजर से काम छोड़कर बिहार के नवादा में एक पीजी का कमरा लेकर फ्रॉड गिरी का धंधा चलाने लगे.

कस्टमर की डिटेल्स चुराते थे

दोनों आरोपियों ने CZINTRIX सॉफ्टवेयर डेवलप किया और ओयो का डाटा चुराना शुरू कर दिया, फिर इस डाटा को 'ओयो मैनेज पेमेन्ट एप लिंक' (Oyo Manage Payment App Link) से जोड़कर कस्टमर की डिटेल्स प्राप्त कर लेते थे, बाद में ओयो ग्राहक को गुमराह करते और अपने बनाए गए फोन-पे, गूगल-पे, पेटीएम क्यूआर कोड को कस्टमर के वॉट्सऐप पर भेजकर खोले गए तमाम खातों में पैसा डलवा लेते थे. उसके पश्चात फ्रॉडगिरी में आए पैसों में से कुछ पैसा खाताधारक को देकर बकाया पैसा उससे प्राप्त कर लेते थे.

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फर्जी आधार से खुलवाते थे खाते

इस ओयो फर्जीवाडे में बैंक खाते खुलवाने का कार्य कमल किशोर गुप्ता और गौरव दुबे अपने साथी अमित बाल्मीकि के साथ मिलकर करते थे. यह सभी मिलकर पहले फर्जी आधार बनवाते थे, फिर फर्जी अकाउंट खुलवाते थे. यह लोग अधिकतर यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में फर्जीवाड़े की घटना को अंजाम देते थे. पुलिस ने इस सिलसिले में आरोपी रवि शर्मा, रोहित चौधरी, कमल किशोर, गौरव दुबे और अमित बाल्मीकि को नोएडा सेक्टर 62 से गिरफ्तार किया है.

रवि शर्मा है सरगना

इस पूरे रैकेट का सरगना रवि शर्मा है, जो फर्जीवाडे की गैंग को चला रहा था. आरोपी के खाते को चैक कराया गया तो पता चला कि 4 लाख 50 हजार रुपए इसके अकाउंट में हैं. इसी प्रकार कमल किशोर के खाते 1 लाख 50 हजार और गौरव दुबे के खाते में 1 लाख 80 हजार रुपए हैं, जिसे फ्रीज कराया जा रहा है. 
 

 

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