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अमेरिकी कॉल सेंटर में फ्रॉड करने वालों को सजा, भारतीय मूल के हैं तीन दोषी

तीन भारतीय-अमेरिकियों समेत आठ लोगों को दोषी पाया है. इन सभी पर आरोप है कि सिंतबर 2018 में इन्होंने कॉल सेंटर के जरिये अमेरिकियों के साथ बड़े पैमाने पर फ्रॉड किया था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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  • आठ दोषियों में तीन भारतीय-अमेरिकी भी शामिल
  • पूरा फ्रॉड करीब 3.7 मिलियन अमेरिकी डालर का है

अमेरिका में सुर्खियों में रहे कॉल सेंटर घोटाला केस में आठ लोगों को सजा सुनाई गई है. इन आठ लोगों में तीन भारतीय-अमेरिकी भी शामिल हैं. भारत स्थित कॉल सेंटरों के जरिए हजारों अमेरिकियों के साथ बड़े पैमाने पर फ्रॉड का मामला सामने आया था. जिसमें इन सभी आरोपियों को सजा सुनाई गई है.

अमेरिका की एक अदालत ने कॉल सेंटर के जरिए फ्रॉड के एक मामले में आठ आरोपियों को सजा सुनाई है. जिन लोगों को सजा सुनाई गई है, उनमें तीन भारतीय-अमेरिकी भी शामिल हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दोषियों को छह महीने से लेकर चार साल नौ महीने तक जेल की सजा सुनाई गई है. बता दें कि भारत के अहमदाबाद स्थित कॉल सेंटरों के जरिए हजारों अमेरिकियों को फ्रॉड का शिकार बनाया गया था. यह पूरा फ्रॉड करीब 3.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है.

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अमेरिका में सोमवार को जिन लोगों को सजा सुनाई गई है, उनमें मोहम्मद काजिम मोमिन, 33 (जार्जिया), रोड्रिगो लियोन कास्टिलो, 46 (टेक्सास), मोहम्मद सोजाब मोमिन, 23 (जार्जिया) ड्रूई काइल रिगिन्स, 24 (जार्जिया), निकोल्स अलेक्जेंडर, 26 (जार्जिया), पालक कुमार पटेल, 30 (जार्जिया), जंत्ज पैरिश मिलर, 25 (जार्जिया) और डेविन ब्रैडफोर्ड, 25 (जार्जिया) शामिल हैं. बता दें कि भारत में चल रहे कॉल सेंटर और अमेरिकियों के गठजोड़ के जरिए अमेरिका के सैकड़ों लोगों को लाखों का चूना लगाया गया था. समाजार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अमेरिकी अटार्नी Byung J 'BJay' Pak ने यह जानकारी दी.

बताया जा रहा है कि तीन भारतीय-अमेरिकियों समेत आठ लोगों पर आरोप है कि सिंतबर 2018 में इन्होंने कॉल सेंटर के जरिये अमेरिकियों के साथ बड़े पैमाने पर फ्रॉड किया था. कुल मिलाकर सात भारतीयों पर फ्रॉड का आरोप है. अमेरिकी सरकार बाकी भारतीयों के प्रत्यर्पण का प्रयास कर रही है.

अमेरिकियों से ठगी के आरोप में 5 लोग हुए थे गिरफ्तार

इससे पहले सितंबर 2019 में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ की कोतवाली पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी थी. पुलिस ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया था, जो अमेरिकी लोगों से करोड़ों की ठगी करता था. जानकारी के मुताबिक ये सभी लोग अमेरिका की संस्था के कर्मचारी बनकर अमेरिकी लोगों को लोन मुहैया कराते थे.

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ये लोग लोन के नाम पर उनके बैंक खातों में लोन की कुछ राशि एडवांस जमा करवाते थे. जिसके बाद ये लोग उनसे गिफ्ट कार्ड बनवा उसके नंबर व पिन लेकर उनके खाते से रुपये निकाल लेते थे. ठगी का काम करने के लिए इन लोगों को कुछ गुजरात व मध्य प्रदेश से यहां काम के लिए लाया गया था. इन लोगों को इसके लिए 15 से 20 हजार का मासिक वेतन दिया जा रहा था. संचालक इन लोगों के जारिए अंग्रेजी भाषा की स्क्रिप्ट व मैसेज तैयार करा कर अमेरिकियों को फंसाता था और प्रतिदिन डॉलर में कमाई कर रहा था.

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