राजस्थान की राजधानी जयपुर में पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले सबसे बड़े अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. जयपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने पुणे और मुंबई से इस गैंग के आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने बड़े ही शातिराना अंदाज में साल भर में अलग-अलग बैंक खातों से सवा करोड़ रुपये उड़ा लिए थे. पुलिस ने इनके पास कई मोबाइल फोन और लाखों रुपये की नकदी बरामद की है.
जयपुर पुलिस ने खुलासा किया है कि मुंबई और पुणे में अपना बेस बनाकर ये शातिर देशभर में ठगी का रैकेट चला रहे थे. पिछले 6 माह में इन आरोपियों ने सौ से ज्यादा सीधे-साधे लोगों की मेहनत की कमाई को लूटा है. पुलिस को इनके अकाउंट्स में 58 लाख रुपये मिले हैं.
पुलिस के मुताबिक ये लोग फर्जी बैंक कर्मचारी बनकर सबसे ज्यादा ठगी करते थे. जांच में पता चला कि इस गिरोह ने ने ठगी करने के लिये अकेले राजस्थान में ही करीब 85 हजार से भी ज्यादा कॉल्स किए हैं. जिनमें नौ हजार कॉल्स अकेले जयपुर में की गई. पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस की मदद से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से तीन लोग झारखंड और तीन महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. जयपुर के पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि ये लोग फर्जी आईडी पर सिम कार्ड और मोबाइल खरीदते थे. एक बार की ठगी के लिए एक मोबाइल और एक सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे.
कमिश्नर के मुताबिक ये शातिर इन फर्जी सिम कार्डस पर ई-वॉलेट को भी रजिस्टर्ड कर लेते थे. लोगों के खाते से पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करते थे. जिससे ऑनलाइन शॉपिंग करते थे. फिर बाकी बचे पैसे को ई-वालेट के जरीए अपने बैंक खाते में डाल देते देते थे.
ये लोग मोबाइल ईरिचार्ज के नाम पर भी ई-वॉलेट से पैसे बनाते थे. इन लोगों ने कुछ मोबाइल दुकानदारों को भी 4-50 फिसदी कमीशन का लालच देकर अपने झांसे में ले रखा था.
कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया है कि लोगों को सावधान रहने की हिदायत दी. उन्होंने ऑनलाइन ठगी की बढती वारदातों के चलते लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी के भी साथ अपने खातों की जानकारी साझा न करें. किसी के साथ इस तरह की घटना हो या कुछ संदिग्ध लगे तो फौरन जयपुर पुलिस के व्हाट्सएप नंबर 7300363636 पर कॉल या मैसेज कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.