भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने भोपाल की एक एमबीए छात्रा को गिरफ्तार किया है. छात्रा पर अलग-अलग बहाने से पहचान वालों के बैंक खातों की जानकारी लेकर उसे ठगों को देने का आरोप है, इसके बदले में युवती को कमीशन मिलता था.
साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आरोपी युवती अलग-अलग बहाने करके खाते की जानकारी लेकर अपने दोस्त को साइबर अपराध करने के लिए बेचती थी. दरअसल, साइबर क्राइम ब्रांच को भोपाल की एक युवती ने शिकायत की थी कि उसकी सहेली और किराएदार अंजली ने स्कॉलरशिप की रकम खाते में मंगवाने की बात कहकर उसके खाते की जानकारी ली. कुछ दिन बाद युवती को बैंक द्वारा सूचना मिली की खाता में रोजाना लाखों रुपये का लेनदेन किया जा रहा है.
शिकायत की जांच करने पर और तकनीकी सबूतों के आधार पर पता चला कि आरोपी लड़की शिकायतकर्ता के खाते का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड के लिए कर रही है. इसके बाद आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत केस दर्ज किया गया. आरोपी युवती से पूछताछ की गई तो कई तथ्य सामने आए.
हर बैंक खाते के बदले मिलता था कमीशन
साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक आरोपी युवती अंजली MBA की छात्रा है और हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल के लिए कंपनी मे पार्ट टाइम जॉब भी करती थी. इसी दौरान इसकी मुलाकात एक लड़के से हुई जो बिहार से भोपाल काम के सिलसिले में आया था. वह युवक साइबर फ्रॉड करता था जिसके लिए खातों का प्रबंध अंजली करने लगी.
युवती अपने दोस्तों और उनके भी दोस्तों के खातों की जानकारी किसी तरह निकलवाकर बिहार निवासी युवक को भेजती थी. लड़की ने अब तक 10-12 लोगों से खाते की जानकारी लेने की पुष्टि की है. हर बैंक खाते के बदले में युवती को कमीशन मिलता था.
आरोपी युवती से जब्त किए गए खातों में एक साल में लगभग 50-60 लाख रुपये का लेन-देन पाया गया है. आरोपी युवती लगातार पासबुक और एटीएम अपने सह-आरोपी युवक को देती थी. ऐसे ही कुछ ATM लड़की द्वारा आरोपी लड़के को सौंपे जाने थे, लेकिन उससे पहले पुलिस ने उन्हें जब्त कर लिया है. आरोपी युवती के पास से 3 बैंक पासबुक, 3 चेक बुक, 22 एटीएम, 1 मोबाइल फोन, 2 सिमकार्ड मिले हैं.