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ऑनलाइन एग्जाम में धांधली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने सोमवार को कानपुर से ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली करने वाले गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से कंप्यूटर, लैपटॉप, राउटर, फर्जी मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और कई बैंक की पासबुक सहित तमाम सामान जब्त किए गए हैं.

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गिरोह का पर्दाफाश, 10 लोग गिरफ्तार
गिरोह का पर्दाफाश, 10 लोग गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने सोमवार को कानपुर से ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली करने वाले गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से कंप्यूटर, लैपटॉप, राउटर, फर्जी मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और कई बैंक की पासबुक सहित तमाम सामान जब्त किए गए हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि पकड़े गए इन अभियुक्तों में बीटेक और अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त अपराधियों का गिरोह है. यह संगठित गिरोह ऑनलाइन होने वाली परीक्षाओं में पेपर साल्वर का काम करता था. इस गिरोह के सदस्य सूबे कई प्रमुख शहरों के परीक्षा केंद्र पर नेटवर्क बनाए थे.

गिरोह के लोग इलाहाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, मुरादाबाद, रूड़की में ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों के परीक्षा लेने वाले कर्मचारियों को मिलाकर परीक्षा के प्रश्नपत्र हल करते थे. इसका पता गत 22 अप्रैल को रेलवे भर्ती बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा के दौरान हुआ था. इलाहाबाद के एक केंद्र पर गिरोह को पकड़ा गया.

पूछताछ के दौरान पता लगा कि ऑनलाइन परीक्षा में सेंध लगाते हुये परीक्षार्थी के कंप्यूटर नोट की रिमोट एक्सेस कर प्राप्त कर ली जाती है और दूर बैठा साल्वर परीक्षार्थी के बजाय स्वयं प्रश्नों का उत्तर देकर परीक्षार्थी और उसके अभिवावकों से मोटी रकम ऐंठता था. एसटीएफ इस गिरोह को पकड़ने में लगी थी.

उन्होंने बताया कि अब जाकर इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लोगों में कृष्णन प्रसन्ना बीटेक है. रविकांत वर्मा, रूपेश वर्मा, आलोक सिंह, रवीन्द्र सिंह, अभिषेक, अंकुर कुमार, सुनील कुमार, कमल शर्मा और रजत सचान शामिल हैं. सभी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं.

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