नोटबंदी के बाद देशभर में ऑनलाइन ठगी के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. छत्तीसगढ़ राज्य भी इस अपराध से अछूता नहीं है. पुलिस ने पिछले 40 दिनों के भीतर अलग-अलग जिलों में साइबर क्राइम के 66 मामले दर्ज किए हैं. ये सभी मामले एक जैसे हैं. जिनमें बैंकों का हवाला देकर लोगों से उनके ATM कार्ड का पिन नंबर लिया गया और अकाउंट से रकम उडा ली गई.
पुलिस के मुताबिक ज्यादातर फोन कॉल दिल्ली, मुंबई और रायपुर के बैंक मुख्यालयों के नाम पर किए गए. ग्राहकों से उनका अकाउंट अपडेट करने के नाम पर पिन नंबर पूछा गया. नोटबंदी की मार झेल रहे ग्राहकों को परेशानी में इस बात का अंदाजा ही नहीं हुआ कि उनके साथ ठगी की जा रही है. उन्हें ठगी का पता तब चला, जब उनके मोबाइल नम्बरों पर अकाउंट से पैसे निकल जाने के बाद अपडेट अलर्ट वाला एसएमएस आया.
राज्य में नोटबंदी के बाद ATM ठगी के सर्वाधिक 09 मामले बिलासपुर में, 06 जांजगीर, 04 धमतरी, 07 महासमुंद, 13 दुर्ग, 09 राजनांदगांव, 04 रायपुर, 08 कांकेर, 11 जगदलपुर, 05 कोंडागांव, 10 अंबिकापुर, 07 जशपुर और 06 मामले कोरिया में दर्ज हुए.
इन वारदातों से पुलिस भी हैरान में है. जबकि अखबारों और टेलीविजन में अक्सर साइबर क्राइम को लेकर लगातार सरकार लोगों को आगह कर रही है. साफ़ तौर पर बताया जा रहा है कि अपने ATM का पिन नंबर किसी को भी ना बताएं. बावजूद इसके लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं.