दिल्ली से सटे हरियाणा के गुड़गांव में पुलिस ने सवा करोड़ की ऑनलाइन ठगी का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक कंपनी के खाते से फर्जीवाड़ा करके सवा करोड़ रुपये अपने एक साथी के खाते में ट्रांसफर करा लिए थे.
पुलिस के मुताबिक गुड़गांव की दिल्ली-बडौदा रोड़ लाइंस कंपनी के अकाउंट डिपार्टमेंट में मनिंदर नामक युवक कुछ समय पहले तक काम करता था. उसी दौरान उसने कंपनी का एक चेक चोरी कर लिया था. जिसके बाद मनिंदर ने वहां से नौकरी छोड दी. अब वह चेक से एक बड़ी ठगी करने का मौका तलाशने लगा.
मनिंदर ने पंजाब के लुधियाना में रहने वाले अपने एक साथी गुलशन और जॉनी के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी की योजना तैयार की. इस काम को अंजाम देने के लिए उसने मोबाइल कंपनी में काम करने वाले मोनू नामक युवक को भी साथ में मिलाया.
सबसे पहले इस टोली ने कंपनी का लैटर हैड तैयार किया. फिर उस पर कंपनी के मालिक के जाली साइन किए. इसके बाद चेक में सवा करोड़ की रकम भर कर उस चेक को गुलशन के लुधियाना स्थित बैंक खाते में लगा दिया गया.
चेक तो खाते में लगा दिया गया था लेकिन अब समस्या यह थी कि बैंक इस चेक को पास करने से पहले कंपनी के मालिक से फोन पर वेरिफिकेशन करेगा. शातिर ठगों ने इसकी भी पहले से की हुई थी. मोबाइल कंपनी में काम करने वाले मोनू ने फर्जी लैटर हैड के सहारे कंपनी मालिक का फोन पहले डिएक्टिवेट कराया और बाद में उसी नंबर की नई सिम गुलशन को जारी करा दी.
जब बैंक ने वेरिफिकेशन के लिए फोन किया तो फोन नंबर गुलशन के पास था और गुलशन ने कंपनी का मालिक बनकर चेक पास करने की हांमी भर दी. पैसा कंपनी मालिक के खाते से गुलशन के अकाउंट में ट्रांसफर हो गया.
बीती 8 दिसंबर को हुई इस ऑनलाइन ठगी की जानकारी समय रहते पुलिस को मिल गई. और पुलिस ने गुलशन का खाता फ्रीज करा दिया. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने गुलशन और मनिंदर को गिरफ्तार कर ही लिया. अब पुलिस अन्य आरोपियों को तलाश रही है.