बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने चार शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये चारों अपराधी पटना में बैठकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठगी कर रहे थे. पटना के एसएसपी मनु महराज को अमेरिका के टेक्सस में रहने वाले एक एनआरआई ने इस बारे में सूचना दी. उसी के बाद इस गिरोह का खुलासा हुआ है.
पटना में बैठकर यह गिरोह बड़े ही शातिराना अंदाज में ठगी करता था. इसी के चलते इस गिरोह ने एक आवेदक को फोन कॉल किया और उसे कहा कि आपके इमीग्रेशन डाटा में गड़बड़ी है. इस डाटा को ठीक करने के नाम पर इन लोगों ने उस एनआरआई से 600 डालर ठग लिए. बाद में आवेदक को पता चला कि डाटा तो सही था.
फिर उस व्यक्ति ने उस कंपनी को ट्रैक करना शुरू किया तो पता चला कि यह कंपनी पटना से आपरेट हो रही है. तब जाकर उस पीड़ित शख्स ने इस बात की जानकारी पटना के एसएसपी मनु महाराज को दी. तब जाकर ये शातिर ठग पुलिस के हत्थे चढ़े.
पुलिस की गिरफ्त में आए आशीष और विक्रांत पाटलिपुत्र इलाके में AVTC PVT LTD नाम की कंपनी चलाते थे. जिसमें 15 लोगों का स्टाफ भी काम करता था. इमीग्रेशन का डाटा ये लोग whitepage.com से लेते थे. इसके अलावा वेस्टर्न यूनियन और मर्चेंट नामक इमीग्रेशन कंपनी के दलालों से भी इनकी सांठगांठ थी.
पटना पुलिस ने 8 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद इस ठग कंपनी के मैनेजर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. यह कंपनी पिछले दो सालों से पटना में काम कर रही थी. पुलिस ने बताया कि अब तक इस ठग कंपनी ने सैकडों लोगों को चूना लगाया है.
खासकर इनके निशाने पर अमेरिका होता था. वहां के लोगों से यह गैंग टेक्नीकल स्पोर्ट के नाम पर ठगी करता था. इस गिरोह के लोगों को कम्प्यूटर हैक करने में भी महारात हासिल है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 34 कम्प्यूटर और तीन लैपटॉप बरामद किए हैं. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.