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आए थे IAS-IPS बनने, बन गए ठग, फर्जी कॉल सेंटर के जरिए लोगों को लगाया चूना

वे चारों लोग बिहार से देश की सबसे बड़ी सरकारी सेवा में किस्मत आजमाने के लिए दिल्ली आए थे. लेकिन उनकी किस्मत और करतूत उन्हें कहीं और ही ले आई. वे चारों आईएएस या आईपीएस के बनने के बजाए धोखेबाज़ बन गए और लोगों को धोखा देकर ठगने लगे.

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पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है

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बिहार से वे चारों लोग देश की सबसे बड़ी सरकारी सेवा में किस्मत आजमाने के लिए दिल्ली आए थे. लेकिन उनकी किस्मत और करतूत उन्हें कहीं और ही ले आई. वे चारों आईएएस या आईपीएस के बनने के बजाए धोखेबाज़ बन गए. और लोगों को धोखा देकर ठगने लगे. पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस के मुताबिक चारों आरोपी युवक दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए आए थे. मगर ये लोग दिल्ली आकर लोगों को ठगने का काम करने लगे. ये चारों लोगों को लोन दिलाने के नाम पर या फिर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर फर्जी अकाउंटस में पैसा डलवा लेते थे.

पुलिस के अनुसार इन चारों आरोपियों ने अब तक करीब सौ से ज्यादा लोगों को चूना लगाया है. सारा काम एक फर्जी कॉल सेन्टर से चलता था, जहां से ये लोग कॉलिंग करते थे और फिर जो लोग इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में फंस जाते थे वे अपनी गाढ़ी कमाई गवां देते थे.

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दरअसल पुलिस को इन लोगों के बारे में शिकायत मिली थी. तभी पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश किया. पुलिस को पता चला कि ये लोग जस्ट डायल से उन लोगों के बारे में पता करते थे जिन्हें लोन की ज़रुरत होती थी. फिर ये जरुरतमंद लोगों को लोन दिलाने का झांसा देते थे और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर अपने अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवा लेते थे.

एक आरोपी ने बताया कि उसके पास कोंचिग के लिए पैसे की कमी थी. जिसके चलते उसने ऐसा काम किया. पुलिस ने एक शिकायत मिलने के बाद इस बाबत कार्रवाई की. दरअसल, शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी. पुलिस ने आरोपियों के एक बैंक अकाउंट की निगरानी शुरू कर दी थी.

पुलिस किसी भी हाल में उस अकाउंट को ट्रेस करने की कोशिश कर रही थी. इसी दौरान एक एटीएम पर भी नज़र रखी जा रही थी. जिससे इस गिरोह के कारिंदे लगातार पैसा निकाल रहे थे. बस, फिर क्या था पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी पुलिस के जाल में फंस गए. लेकिन इस गैंग का सरगना अभी भी फरार है.

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