बिहार के बिहपुर में आशुतोष पाठक की घटना अभी शांत भी नहीं हुआ था कि इस बीच भागलपुर से एक और सनसनी वारदात सामने आई है. बरारी थाना में एक मामूली विवाद को लेकर पुलिस एक शख्स को पकड़ कर थाने लाई थी. लेकिन पुलिस कस्टडी में उसकी मौत हो गई. इनपुट-राजीव सिद्धार्थ) (फोटो-प्रतीकात्मक फोटो)
दरअसल, ये मामला भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र के मायागंज मोहल्ले का है. आरोप है कि देर रात बच्चों को लेकर हुए मामूली विवाद में पुलिस एक सरकारी कर्मी संजय यादव को घर में घुसकर खींचकर थाने लाई थी. उस बीच थाने में उनके साथ क्या हुआ कोई नहीं जानता. थोड़ी देर बाद उस शख्स की तबीयत बिगड़ गई. देर रात को पुलिसकर्मियों ने उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. (फोटो-प्रतीकात्मक फोटो)
परिजनों ने बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद साह पर हत्या का आरोप लगाया है. थानाध्यक्ष प्रमोद शाह रात से फरार है. स्थानीय लोगों और परिजनों ने शव को थाने में लाकर रख दिया. इसके बाद थाने का घेराव कर लिया. घंटों बाद मौके पर एसएसपी निताशा गुड़िया, सदर अनुमंडल पदाधिकारी आशीष नारायण दल बल के साथ पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की. (फोटो-प्रतीकात्मक फोटो)
परिजनों ने थानाध्यक्ष प्रमोद शाह के खिलाफ एसएसपी को आवेदन दिया. एसएसपी ने कहा कि विवाद के बाद पूछताछ करने के लिए संजय यादव को थाना लाया गया था. तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. एनएचआरसी (मानवाधिकार ) के गाइडलाइन के तहत इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.(फोटो-प्रतीकात्मक फोटो)
घटना की सूचना पर नगर विधायक अजीत शर्मा भी थाना पहुंचे. उन्होंने परिजनों को न्याय दिलाने की बात कहकर ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर कोई भी पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. वह सरकारी कर्मी थे. मुख्यमंत्री से बातकर उनके बच्चे को अनुकम्पा पर नौकरी दिलाने की बात करेंगे.(फोटो-प्रतीकात्मक फोटो)