जर्मनी के एक स्कूल टीचर पर एक शख्स की बेरहमी से हत्या (Brutal Murder) करने का आरोप लगा है. टीचर ने शख्स की हत्या करने के बाद उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और फिर उन्हें अपना निवाला बना लिया. मामले में अब उसपर मुकदमा चलाया गया है.
(सभी फोटो- गेटी)
दरअसल, ये मामला जर्मनी के बर्लिन का है, जहां एक स्कूल टीचर पर एक व्यक्ति की हत्या करने और फिर उसकी बॉडी को खाने के आरोप में मुकदमा चलाया गया है. आरोप है कि टीचर ने यौन संतुष्टि के बाद व्यक्ति की हत्या की और फिर उसके शरीर के कई हिस्सों को खा गया.
यही नहीं स्कूल टीचर ने हत्या के बाद शख्स की डेड बॉडी के पार्ट को बर्लिन शहर के कई हिस्सों में फेंक दिया. डेटिंग वेबसाइट (dating website) पर टीचर की दूसरे शख्स से मुलाकात हुई थी. डेटिंग वेबसाइट पर बातचीत के बाद दोनों की मुलाकात हुई और फिर टीचर ने यौन सबंध बनाने के बाद उसकी हत्या कर दी.
मिरर न्यूज के मुताबिक, गणित और रसायन विज्ञान के टीचर का नाम 41 वर्षीय स्टीफन आर (Stefan R) है. जिसने एक पावरलाइन टेक्नीशियन स्टीफन टी (Stefan T) की कथित तौर पर हत्या कर दी और उसके शरीर के कुछ हिस्सों को खाने के बाद बीते दिन कोर्ट में पेश हुआ.
स्टीफन आर की पिछले साल एक डेटिंग वेबसाइट पर 43 वर्षीय पीड़ित से कथित तौर पर मुलाकात हुई थी. इसके बाद स्टीफन आर पर स्टीफन टी की हत्या करने, शरीर को टुकड़ों में काटने और पूरे बर्लिन में कई स्थानों पर फेंकने का आरोप लगा.
हालांकि, कई महीनों तक पीड़ित स्टीफन टी लापता था. पुलिस में सूचना के दो महीने बाद एक मानव पैर की हड्डी समेत कई मानव अंग बर्लिन शहर के सुनसान इलाके में मिले थे. फॉरेसिंक जांच में पुष्टि हुई कि मानव अवशेष स्टीफन टी के हैं.
इस घटनाक्रम ने लापता शख्स की जांच केस को एक व्यक्ति की हत्या की जांच में बदल दिया. खोजी कुत्तों ने पूरे शहर में और हड्डियों की तलाश की. इसके सबूत भी उन्हें मिले. लेकिन आरोपी के वकीलों ने दावा किया कि स्टीफन आर ने हत्या की, इसके सबूत नहीं मिले हैं.
वहीं पुलिस का आरोप है कि इंटरनेट सर्च से पता चलता है कि स्टीफन आर की नरभक्षण (मानव को मारकर खाने) में दिलचस्पी थी. पुलिस ने यह भी कहा कि अन्य इंटरनेट सर्च से पता चलता है कि दोनों एक ऑनलाइन डेटिंग पोर्टल पर मिले थे.
अभियोजक पक्ष का दावा है कि प्रतिवादी के अपार्टमेंट में आरी और चाकू के साथ-साथ खून के निशान और कई किलोग्राम रसायन पाए गए. गौरतलब है कि बर्लिन हत्या का मुकदमा जर्मनी में एक कुख्यात नरभक्षी केस के लगभग दो दशक बाद आया है.