इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है. अस्पताल की मोर्चरी में महीनों से स्ट्रेचर पर रखा एक शव अंतिम संस्कार के इंतजार में कंकाल बन गया. मामला सामने आने के बाद अस्पताल में प्रशासन में हड़कंप मचा और तत्काल बॉडी को वहां से हटवा दिया गया.
(इनपुट- धर्मेंद्र कुमार शर्मा)
बताया जा रहा है कि बदबू फैलने के बाद भी किसी ने इस तरफ ध्यान तक नहीं दिया. वही प्रशासन ने अपनी सफाई में केजुअल्टी इंचार्ज को नोटिस देने की बात कही है. इंदौरा का सबसे बड़ा सरकारी एमवाय अस्पताल अपनी लापहवारी की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहता है.
मोर्चरी में कंकाल का रूप ले चुकी यह बॉडी 15 से 20 दिन पुरानी बताई जा रही है. ये शव किसका है और कब यहां लाया गया इसके बारे में कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई और यह गलती किसकी है ऐसे कई सवाल अस्पलात प्रशासन के खिलाफ खड़े हो रहे हैं. जिनका जवाब अब तक नहीं मिल पाया है.
मोर्चरी में करीब डेढ़ दर्जन फ्रीजर हैं, इनमें से ज्यादातर बंद पड़े हैं. अगर कोई अज्ञात शव पुलिस बरामद करती है. तो उसे पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल लाया जाता है. पोस्टमार्टम के बाद शव को तीन दिनों तक यहीं पर रखा जाता है. इस बीच शव की शिनाख्त नहीं होती है तो नगर निगम या एनजीओ द्वारा उसका अंतिम संस्कार करवा दिया जाता है. ऐसा बताया जा रहा है कि जो बॉडी कंकाल बन गई है, उसका न पीएम हुआ है और न कोई प्रक्रिया. संभवत: उसे जिस तरह से स्ट्रेचर पर लाया गया था, उसी तरह से पड़ा रहा और कंकाल बन गया.
एमवाय अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर का कहना है कि शव अज्ञात है तो इसे हम एक हफ्ते तक रखते हैं. उसके बाद नगर निगम के सुपुर्द कर दिया जाता है. लेकिन ये शव कई दिनों से यहां पड़ा है और कंकाल बन गया. इस मामले में केजुएल्टी इंचार्ज को नोटिस दे दिया गया है और लापरवाही सामने आती है तो सख्त एक्शन लिया जाएगा.