जोधपुर के डालीबाई मंदिर चौराहे पर दिनदहाड़े गैंगवार की घटना हो गई. बताया जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह नांदिया गुरुवार को शिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में पूजा करने जा रहा था. गाड़ी में फल और अन्य सामग्री रख ली थी. डालीबाई चौराहा पर मिठाई की दुकान पर वो जैसी ही प्रसाद लेने उतरा तो उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई और कार में बैठा विक्रमसिंह घायल हो गया.
(फोटो- अशोक शर्मा)
बताया जा रहा है कि गैंगवार के चलते हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह नांदिया पर हमला किया गया है. जिसने फायरिंग की है उसका नाम राकेश मांजू बताया जा रहा है, वो भी एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है. गोली लगने से घायल विक्रम सिंह को एमडीएम अस्पताल लाया गया है. लोगों का कहना है कि पुरानी रंजिश के चलते इस पर हमला किया गया था.
प्राथमिक जांच में सामने आया कि विक्रम की कमर के ऊपर गोली लगी. लेकिन डॉक्टरों ने तुंरत ही प्रथामिक उपचार दिया. जानकारी के मुताबित आरोपी हिस्ट्रीशीटर राकेश मांजू द्वारा फायरिंग में ऑटोमेटिक हथियार का इस्तेमाल किया गया. जिसमें बिना रुके एक बार में कई गोलियां चल जाती हैं. हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह की तरफ से उसकी जान को खतरा बताते हुए पहले भी पुलिस को अवगत कराया जा चुका था.
इस मामले में उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया कि राकेश मांजू द्वारा फायरिंग की गई है. दोनों के बीच पुरानी रंजिश का पता चला है. आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें उसकी तलाश में लगाई गई हैं. राकेश मांजू ने कई गोलियां विक्रम सिंह की तरफ दागीं.
अस्पताल परिसर में मौजूद हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह के समर्थकों ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में लापरवाही बरत रही है. बताया जा रहा है कि कुछ साल पहले राकेश के भाई दिनेश मांजू का मर्डर हिस्ट्रीशीटर विक्रमसिंह ने किया था. जिसके बाद से राकेश मांजू बदला लेने के लिए विक्रम पर हमला करने की योजना बना रहा था. लेकिन महाशिवरात्रि के दिन उसे मौका मिला और विक्रम पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. लेकिन वो इस हमले में बाल-बाल बच गया और गोली लगने के बावजूद नजदीक के पुलिस थाने पहुंचा, जिससे उसकी जान बच सके. फिलहाल विक्रम जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज करवा रहा है.