भले ही आज विज्ञान का युग हो लेकिन कुछ तबका आज भी जादू-टोना, करनी-कौटाल जैसी अंधश्रद्धा को बढ़ावा देने वाली हरकतें करते नज़र आ ही जाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ महाराष्ट्र के बुलढाणा में जहां एक व्यक्ति ने अपने पिता-और भाई की आत्मा को शांति मिले, इसलिए श्मशान में ही तांत्रिकों की मदद से होम-हवन करवाया. (बुलढाणा से जका खान की रिपोर्ट)
महाराष्ट्र के बुलढाणा ज़िले के मलकापुर शहर के माता महाकाली इलाके में रहने वाले आशीष गोठी नामक युवक के पिता और भाई की कुछ महीने पूर्व ही मौत हो गई थी.
आशीष के पास एक लॉज है. पता चला कि लॉज में भी उसे ज़्यादा कमाई नहीं हो रही थी. कहते हैं न खाली दिमाग शैतान का घर होता है, उसे लगा कि उसके मृत पिता और भाई की आत्मा परेशान है, उन्हें शांत किया जाए.
आशीष ने 3 तांत्रिकों को छत्तीसगढ़ से बुलवाया. बीते शुक्रवार की रात 9 से 10 बजे के करीब अपने मृत पिता और भाई के आत्मा को शांति दिलवाने का कार्यक्रम शुरू हो गया.
3 तांत्रिकों ने श्मशान भूमि में बड़ी सी आग और उसके आजू-बाजू दिये लगाए. श्मशान भूमि में मंत्रों का जाप और रोशनी देखकर परिसर के नागरिक श्मशान भूमि में जमा हो गए और उसे रोकने लगे. लगभग एक से डेढ़ घंटे तक श्मशान में पूजा हुई.
मामले की भनक पुलिस तक पहुंची तो तुरंत पुलिस आई और 4 लोगों पर कोविड नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया.