राजस्थान के धौलपुर में रविवार दिन दहाड़े एक 40 साल के शख्स का अपहरण कर लिया गया. करीब आधा दर्जन बदमाश इनोवा गाड़ी में आए और फिल्मी स्टाइल में अपहरण कर फरार हो गए. लेकिन इस दौरान अपहरणकर्ताओं का एक साथी आनन-फानन में गाड़ी में नहीं बैठ पाया.
दिन दहाड़े हुए इस अपहरण कांड से इलाके में लोगों के बीच दहशत फैल गई. मौके पर भीड़ को इकट्ठा होते देख बदमाश ने अपने आप को बचाने के लिए कॉलोनी में बने एक घर में घुसा गया और अपने आप को टॉयलेट में बंद कर लिया. भीड़ भी बदमाश का पीछा करते हुए महिला के घर में घुस गई और उसे टॉयलेट से निकालकर पुलिस के हवाले कर दिया.
अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए प्रवेंद्र कुमार और निहालगंज एसएचओ बाबूलाल पटेल ने उनका पीछा किया. बदमाशों के मध्य प्रदेश सीमा में घुसने के बाद ग्वालियर पुलिस को इसकी सूचना दी गई. घेराबंदी करने के बाद बदमाशों को घाटीगांव के पास पकड़ लिया. पुलिस ने बदमाशों के चंगुल से युवक को मुक्त करा कर धौलपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. जांच के बाद पता चला कि यह एक पारिवारिक मामला है.
पूछताछ में पीड़ित शख्स ने पुलिस को बताया कि उसका नाम राकेश है, वो राठौर कॉलोनी का रहने वाला है और अपने परिवार के साथ मुंबई में रहता है. कुछ दिन पहले ही वो मुंबई से धौलपुर में अपने घर आया था. लेकिन 30 मई 2021 को दोपहर को धौलपुर शहर के राजाखेड़ा बाईपास पर खड़ा हुआ था. उस दौरान आरोपी शैलेंद्र अपने आधा दर्जन साथियों को साथ इनोवा गाड़ी से आ गया और बदमाशों ने हथियारों की नोक पर उसके साथ मारपीट की और गाड़ी में बैठा लिया.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने खुद को बचाने के लिए बहुत कोशिश की. हाथापाई के दौरान आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और बदमाश डर गए. जल्दी भागने के प्रयास में एक अपहरणकर्ता मौके पर ही छूट गया. खुद को बचाने के लिए बदमाश कॉलोनी में बने एक महिला के घर पर छुप गया. लेकिन भीड़ ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
वारदात की खबर सुनकर पुलिस हरकत में आ गई और पकड़े गए बदमाश की निशानदेही पर पुलिस ने बदमाशों का पीछा किया और एमपी के ग्वालियर की तरफ गई. पुलिस उप अधीक्षक प्रवेंद्र कुमार और एसएचओ बाबूलाल पटेल ने मामले से ग्वालियर थाना पुलिस को अवगत कराया. ग्वालियर थाना पुलिस ने घाटीगांव के पास सघन नाकाबंदी कराई. नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की गाड़ी को रोककर युवक को छुड़ा लिया.
पीड़ित राकेश ने बताया कि उसका विवाद पत्नी से चल रहा है. पीड़ित ने अपनी ससुराल में एक भूखंड को खरीदा था. लेकिन ससुराल के लोगों ने बेईमानी कर भूखंड को अपने कब्जे में कर लिया. तभी से परिवार में कलह शुरू हो गया और उसकी पत्नी ने अपने भाई को भेजकर उसका अपहरण कराया.