हरियाणा के बल्लभगढ़ में सरेआम छात्रा की हत्या के बाद पीड़ित परिवार सड़क पर बैठ गया है. इस मामले को लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा है. गुस्साए परिजनों ने मंगलवार दोपहर बल्लभगढ़ में दिल्ली-मथुरा नेशनल हाइवे को जाम कर दिया फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी तौसीफ समेत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, सरेआम छात्रा की हत्या को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ गई है. लोग यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन है तौसिफ जिसने निकिता को गोली मार दी. जानकारी के मुताबिक, रोजका मेव निवासी तौसीफ नाम का युवक 12वीं कक्षा तक निकिता के साथ पढ़ा था. वह उस पर दोस्ती के लिए दबाव डालता था. आरोपी ने साल 2018 में छात्रा का अपहरण भी किया था, लेकिन बाद में समझौता हो गया था.
तौसीफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं. तौसिफ का चचेरा भाई आफताब अहमद मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक है. आफताब अहमद के पिता खुर्शीद अहमद, हरियाणा के पूर्व मंत्री रह चुके हैं. तौसिफ के सगे चाचा जावेद अहमद इस बार सोहना विधानसभा से बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए.
इधर निकिता के परिवार का कहना है कि यह लड़का कई साल से निकिता को तंग कर रहा था. हमने 2018 में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद लड़के के परिवारवालों ने हाथ-पैर जोड़ लिए. हमने भी सोचा और मामला वापस ले लिया. उसके बाद कोई दिक्कत नहीं थी.
निकिता के परिवार का कहना है कि तौसीफ कुछ दिनों से लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था. सोमवार शाम को लड़की पेपर देकर बाहर निकल रही थी. तौसीफ आया और जबरदस्ती गाड़ी में खींचने लगा. जब लड़की नहीं मानी तो उसने गोली मार दी. न तो लड़की, न परिवार और न कोई और, शादी के पक्ष में था.