उत्तर प्रदेश के जिला महाराजगंज में आतंक का पर्याय बने पंखिया गिरोह 08 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार है. इस गैंग के सदस्यों ने चोरी की कई वारदातों को करना स्वीकार किया है. पुलिस की माने तो इस गैंग की महिला सदस्य दिन में सामान बेचने के बहाने रेकी करती थीं और रात को पुरुष सदस्य चोरी करते थे. पुलिस ने इस गैंग के पास से चोरी के सामान के साथ हथियार भी बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि इस गैंग के सदस्य शरीर मे तेल, हाथों में मिर्च लगाकर चोरी की घटना को अंजाम देते थे.
(फोटो-अमितेश त्रिपाठी)
महारागंज में कुछ दिनों से चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं. इन घटनाओं का खुलासा करने और वारदातों पर रोक लगाने के लिए एसपी महाराजगंज ने निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद पुलिस टीम एक्टिव हो गई. घुमंतू समुदाय से ताल्लुक रखने वाले इस गैंग के सदस्य जिस जिले में डेरा डालते थे वहां चोरी की घटनाएं बढ़ने लगती थी.
थानाध्यक्ष कोल्हाई रामसहाय चौहान ने मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम के साथ आनंद नगर रेलवे स्टेशन के पास छापा मारा. यहां बने हुए तम्बू में से पुलिस को देखकर एक व्यक्ति भागने लगा. पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया. इनके पास से कैश, सोना, चांदी के गहने और कुछ हथियार भी बरामद हुए है.
पूछताछ किए जाने पर इस व्यक्ति ने अपना नाम मलखान पुत्र जगन्नाथ निवासी ईशापुर थाना निगोही जनपद शाहजहांपुर बताया. उसने बताया कि वे गिरोह बनाकर चोरी करते हैं. उसके गिरोह में वेदपाल, लाल सिंह, खुशहाली, गोकरण के अलावा राजकुमारी व वीरमती हैं. दिन में दोनों महिलाएं क्रॉकरी व हवा भरने वाली पंप बेचने के बहाने रेकी करती हैं, रात को बताए हुए स्थानों पर फिर हम धावा बोलकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं.
आरोपियों ने बताया कि 13 जनवरी की रात को कस्बा बारीगांव में चोरी की वारदात को अंजाम दिया, जिसे नेपाल बेच दिया गया. मलखान ने बताया कि 18 जनवरी की राथ कोल्हुई में ज्वैलरी की दुकान के ताले तोड़ दिए थे, इसके अलावा कोतवाली गोण्डा थाना घुघली जनपद महराजगंज व थाना फरेन्दा में मकान से सोने-चांदी के जेवरात चोरी किए. एसपी ने गैंग का पर्दाफाश करने वाली टीम को 25 हजार रुपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है.