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क्राइम न्यूज़

काशी हिंदू विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर की संदिग्ध हालात में जलकर मौत, सरकारी आवास में मिली लाश

जली हुई लाश
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वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की एक असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) की संदिग्ध परिस्थितियों (suspicious circumstances) में जलकर मौत हो गई. महिला प्रोफेसर की लाश उनके सरकारी आवास में जली हुई हालत में मिली. मृतका की पहचान 43 वर्षीय किरण सिंह के रूप में हुई है. वह बीएचयू के विज्ञान संकाय में मॉलिक्यूलर एंड ह्यूमन जेनेटिक्स डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात थीं. साथ ही वह सरोजिनी छात्रावास में वार्डन के पद पर भी थीं.

सरकारी आवास में मिली लाश
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जानकारी के मुताबिक सोमवार को वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सरोजिनी छात्रावास के ऊपर वार्डन के क्वार्टर से धुआं और चिल्लाने की आवाज से अफरा-तफरी मच गई और तुरंत ही लोगों ने इस घटना की सूचना प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस को दी. मौके पर बीएचयू प्रोक्टोरियल बोर्ड और लंका थाने की पुलिस फायर ब्रिगेड के साथ पहुंची.

पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी पहुंची
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लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. वार्डन के कमरे में सरोजिनी हॉस्टल की वार्डन और विज्ञान संकाय की असिस्टेंट प्रोफेसर किरण सिंह की जली हुई लाश पड़ी थी. घटना के वक्त सिर्फ असिस्टेंट प्रोफेसर की 14 साल की बेटी ही घर में मौजूद थी. जिसने अंदर से बंद कमरे में धुआं उठता देख शोर मचाया था. प्रोफेसर किरण सिंह के पति उस दौरान घर पर मौजूद नहीं थे.

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लाश के पास जले हुए अखबार
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घटना की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया. मौका-ए-वारदात पर किरण सिंह की लाश के अलावा जले हुए रद्दी अखबार भी पुलिस को मिले हैं. जिससे आग और भड़क गई थी. फिलहाल यही माना जा रहा है कि प्रोफेसर किरण सिंह ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई थी, लेकिन इसके पीछे क्या वजह थी ये साफ नहीं है. 

जांच में कई सवाल
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सवाल ये भी है कि क्या कोई और इस वारदात में शामिल है? या यह कोई हादसा था? फिलहाल, पुलिस इस पर कुछ भी बताने से बच रही है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना के बाद मौका-ए-वारदात पर काफी देर तक लोगों की भीड़ जमा थी. 

नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
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इस मामले में काशी क्षेत्र के एडिशनल डीसीपी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि किरण सिंह की लाश जली हुई थी. फिलहाल मौके से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और किस ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल करके आग लगाई गई है? इसकी भी जानकारी नहीं हो सकी है. 

हर पहलू से मामले की छानबीन
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एडीसीपी के मुताबिक मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने नमूनों को इकट्ठा किया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. जिसकी रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. उन्होंने आगे बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर किरण सिंह के परिवार में पहले भी सुसाइड करने की प्रवृत्ति रही है. हालांकि पुलिस हर पहलू से इस मामले की छानबीन कर रही है.

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