महाराष्ट्र के चंद्रपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक दलित परिवार के 7 लोगों को बेरहमी से पीटा गया. इन सातों पर गांव वालों को शक था कि ये जादू-टोना कर रहे हैं. इनमें चार महिलाएं और तीन बुजुर्ग हैं. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बुजुर्गों समेत पांच की हालत गंभीर बनी हुई है. इस मामले में पुलिस ने 13 ग्रामीणों को हिरासत में लिया है.
यह मामला तेलंगाना राज्य से सटे चंद्रपुर जिले के वणी खुर्द गांव का है. ग्रामीणों को अपने ही गांव में रहने वाले सात लोगों पर जादू- टोना करने का संदेह था. इसलिए गांव वालों ने इन 7 लोगों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई कर दी. मौके पर मौजूद कई लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सैकड़ों गांव वाले सात लोगों को जादू टोना करने के शक में इनकी पिटाई कर रहे हैं. इस घटना में पांच लोग बुरी तरह घायल हुए. जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.
इस घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है. गांव में पुलिस की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है. पिटने वाले लोग दलित समाज से बताए जा रहे हैं. ग्रामीणों ने शनिवार को इस परिवार को चौराहे पर बांध दिया और पीटने लगे. पूरा परिवार छोड़ने की गुहार लगाता रहा, लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया.
डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर की संस्था महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति से जुड़े कुछ सामाजिक कार्यकर्ता गांव पहुंचे और लोगों को अंधविश्वास के खिलाफ जागरुक करने की कोशिश भी की. साथ ही कानून अपने हाथ में न लेने की सलाह भी दी.
वहीं इस मामले पर पीड़ितों का कहना है कि पूरा गांव एक हो गया और हम पर जादू टोना करने का आरोप लगाया और पीटना शुरू कर दिया. हमें रस्सी में बांधकर गांव के चौराहे पर लाया गया और खंभे में बांधकर पीटा.
इस मामले में जांच अधिकारी संतोष अम्बिके का कहना है कि घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने पर देखा कि एक परिवार को जादू टोना करने के नाम पर बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा गया. बंधकों को छुड़वाया गया और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. 13 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा.