उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें दारोगा आंनद प्रकाश द्विवेदी यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि इन बदमाशों पर कौनसा तमंचा लगाया जाए. दारोगा यह कहते हुए दिख रहे हैं कि पुराना नहीं बल्कि नया दिखना चाहिए और मौक पर ही हथियारों की बरामदगी दिखानी चाहिए. मामले को तूल पकड़ा देख पुलिस कमिश्नर ने वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के आदेश दिए हैं. पुलिस ने बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी के घर के बाहर से तीन हथियारबंद बदमाशों को गिरफ्तार किया था.
कानपुर के काकादेव थाना इलाके से पुलिस ने तीन बदमाशों को पकड़ा था. जिस पर बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने आशंका जताई थी कि ये बदमाश उन पर हमला करने की योजना बना रहे थे. स्थानीय लोगों ने मिलकर इन बदमाशों को पुलिस के हवाले कर दिया था. जब इनकी तलाशी ली गई तो इनके पास से देसी बम, चाकू और अवैध तमंचा मिला था.
विधायक पर हमले की खबर इलाके में आग की तरह फैली. जिसके बाद विधायक सुरेंद्र मैथानी के कई समर्थक थाने पहुंच गए और हंगामा करने लगे. पुलिस ने किसी तरह से समर्थकों के शांत कराया और कार्रवाई करने की बात कही. पुलिस कस्टडी में बीजेपी कार्यकर्ताओ ने बदमाशों को पीटा भी. पुलिस जांच में सामने आया कि ये तीनों बदमाश विधायक पर हमला करने नहीं बल्कि अपने किसी अन्य साथी के लड़ाई झगड़े में जा रहे थे.
गुरुवार को एक मिनट 22 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें चौकी प्रभारी आनंद प्रकाश द्विवेदी अधीनस्थों के साथ बात करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं, कि ये तमंचा मत लगाओ दूसरा लगाओ ये सही नहीं है, साथ ही उन्होंने यह भी बोला कि इस तमंचे को वहीं ले चलो जहां से तीनों को गिरफ्तार किया था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. तुरंत ही इस वायरल वीडियो को जांच के आदेश दे दिए गए.