Mohammed Zubair Arrest: ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके ऊपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है. जुबैर को फिलहाल एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. उनकी फंडिंग और डोनेशन की जांच भी शुरू हो सकती है. जुबैर को सोमवार शाम को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था.
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (साइबर सेल) केपीएस मल्होत्रा ने बताया है कि इस महीने की शुरुआत में जुबैर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153A (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर कोई काम करना) के तहत केस दर्ज किया गया था.
बताया जा रहा है कि जुबैर को जिस ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया है, वो उन्होंने 2018 में किया था. इसी महीने दिल्ली पुलिस को एक ट्विटर हैंडल ने जुबैर के 2018 के उस ट्वीट को लेकर शिकायत भेजी थी.
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क्या है गिरफ्तारी का पूरा मामला?
- 2018 में मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की. इस तस्वीर में 'हनुमान होटल' लिखा हुआ था. जुबैर ने जो तस्वीर शेयर की थी, वो असल में 1983 में आई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म किसी से न कहना का स्क्रीन ग्रैब थी.
- इस तस्वीर को शेयर करते हुए जुबैर ने लिखा था, '2014 से पहले: हनीमून होटल. 2014 के बाद: हनुमान होटल.' जुबैर के इस ट्वीट पर @balajikijain नाम के ट्विटर हैंडल से आपत्ति जताई गई थी. @balajikijain ने खुद को हनुमान भक्त बताया है.
- @balajikijain ने 19 जून को शिकायत करते हुए लिखा था, 'हमारे भगवान हनुमान जी को हनीमून से जोड़ना हिंदुओं का सीधा अपमान है क्योंकि वो ब्रह्मचारी हैं. कृपया इस आदमी के खिलाफ कार्रवाई करें.'
- इस शिकायत पर 20 जून को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने जुबैर के खिलाफ FIR दर्ज की. केस दर्ज होने के 7 दिन बाद 27 जून की शाम को जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया. उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
हालांकि, मोहम्मद जुबैर को एक दूसरे केस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, और गिरफ्तारी की गई 2018 के ट्वीट वाले मामले में.
FIR में क्या लिखा है?
- दिल्ली पुलिस की दर्ज FIR में मोहम्मद जुबैर के ट्वीट को 'बेहद उत्तेजक' बताया गया है. FIR में लिखा है कि मोहम्मद जुबैर ने जो तस्वीर शेयर की थी, वो बेहद उत्तेजक है और लोगों में नफरत की भावना भड़काने के लिए पर्याप्त है, जिससे शांति व्यवस्था बिगड़ सकती है.
- इस FIR में आगे लिखा गया है कि जुबैर ने एक विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अपमान करने के इरादे और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर ऐसा किया था.
अब फंडिंग की भी होगी जांच
- मोहम्मद जुबैर की परेशानी अभी और बढ़ सकती हैं, क्योंकि दिल्ली पुलिस अब फंडिंग को लेकर भी जांच कर सकती है.
- साइबर सेल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि जुबैर के अकाउंट में तीन महीने में 50 लाख रुपये से ज्यादा की रकम आई है.
- पुलिस अब इस सारे ट्रांजेक्शन की जांच करेगी. साथ ही पता लगाया जाएगा कि ये पैसे किसने डाले हैं और इसका इस्तेमाल किसलिए किया गया?
- इसके अलावा जुबैर को काफी डोनेशन भी मिला है और इसकी भी जांच की जाएगी कि ये डोनेशन किसने और किस मकसद से दिया?